आपकी आवाज बहुत सुंदर है , अपनी फुल प्रोफाइल फोटो शेयर करें !!
हेल्लो आप काल उठाईये
आप बहुत डरपोक है , बात करने से डरती है !!
ऐसे कुछ सन्देश जब इलाहाबाद की नेहा (बदला हुआ नाम और शहर ) को खुद को एक समाज सेवी बताने वाले शख्स ने किये तो नेहा के पैरो के नीचे से ज़मीन खिसक गयी I २५ साल की एक लड़की को समझ नहीं आ रहा था की जिन कायस्थ ग्रुपों में वो पारिवार समझ कर जुड़ रही थी वहां हवस के भेडिये समाज सेवियों की शकल में ऐसे बैठे मिलेंगे I
लेकिन नेहा के चुप बैठने का फायदा उठाया जाने लगा उसको लेकर समाज में कई तरह की अफवाहे फैला दी गयी I भोपाल के एक लड़के ने तो शादी का बायोडाटा डाल कर ऐसे ही लडकियों से बात करने और फोटो लेने का काम कर रखा था I नेहा ने प्रतिरोध किया तो समाज सेवी के जबाब सुनिए
मैं तो बस चेक कर रहा था की आप वाकई लड़की है या कोई लड़की बन कर इस नम्बर से बात कर रहा था
कोई आपकी सुन्दरता की तारीफ ही तो कर रहा था आपको बुरा नहीं लगना चाहए , ऐसी बातें होती रहती है
ये लड़की फर्जी है
उपर लिखी कहानी बहुतो को काल्पनिक लग रही होगी लेकिन महिलाओं को इस कहानी में कई लोगो के चेहरे नजर आ रहे होंगे ? उपर लिखी घटनाओं में सभी के नाम बदल दिए गये है लेकिन घटना सच्ची है I अब सवाल ये है की शादी ब्याह के नाम पर बने in व्हाट्स अप्प ग्रुपों के नाम पर आखिर चल क्या रहा है I कुछ लोग इनके नाम पर लडकियों को फंसाने का काम कर रहे हैं तो कुछ युवा इसके जरिये लडकियों के नम्बर और फोटो लेकर अपनी कुंठा निकाल रहे है
भोपाल के एक लड़के की जुबानी सुनिए , भैया कोई शरीफ लड़की क्या ११ बजे के बाद ऑनलाइन होती है ? गोया अब ये चरित्र का प्रमाण पत्र भी देंगे की लड़की को कितने बजे तक क्या करना है ?
कायस्थ वृन्द की मुख्य समनवयका डा ज्योति श्रीवास्तव कहती है की समाज में ही समाज की महिलाओं के प्रति ऐसी धारणा रखने वाले लोगो के खिलाफ महिलाओं को खुल कर सामने आना चाहए अगर कहीं से भी किसी भी प्रकार की कोई ऐसी बात सामने आती है तो उसका प्रतिरोध करे I
कायस्थ वृन्द के ही संस्थापक धीरेन्द्र श्रीवास्तव इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहते है की दरअसल सामाजिक मूल्यों का हास इस का मुख्य कारण है बीते कुछ सालो में कुछ स्वयंभू फायर ब्रांड लोगो ने युवाओं को अपने फायदे के लिए जिस तरह से गुमराह किया है उसके दुष्परिणाम भी दिखने शुरू हो गए है I आज कोई भी व्हाट्स एप ग्रुप बना कर खुद को सामाजिक नेता घोषित कर देता है और उसकी आढ़ में अब ये काम भी होने लगे है जो बेहद शर्मनाक है
पत्रकार और सामजिक चिन्तक अतुल श्रीवास्तव इस को दुर्भाग्यपूर्ण मानते हुए कहते है की ऐसी घटनाओं पर सामाजिक विरोध होना चाहए ऐसे लोगो के सामने आने पर उनका बहिष्कार होना चाहए I
कायस्थ विचारक अम्बुज सक्सेना का साफ़ कहना है की ऐसे मामलो में समाज को अपनी सोच बदलनी चाहिए , समाज के हित में सबको साथ आना चाहए I आज कल ग्रुपों में जो परिचय के नाम पर ID मांगने का चलन बढ़ा है वो भी गलत है I
कायस्थ सिंघम सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ इस पर कहते है की ऐसे लोगो को चिन्हींत करके इनका सामजिक बहिष्कार किया जाना चाहए I कार्यस्थ सेना ऐसी महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमेशा आगे है और अगर वो चाहे तो उनके साथ आ कर ऐसे लोगो के खिलाफ मुहीम चला सकती है
आप की राय
आप की राय