कानाफूसी : डॉ सुशिल सिन्हा के प्रचार में लगी एजेंसी को नहीं पता सम्मान किसने दिया और क्या दिया? बौध संसथान कैसे देगा कायस्थ रत्न सम्मान, नाकाबिल लोगो के सहारे कैसे जीतेंगे कायस्थ पाठशाला का चुनाव ?
कानाफूसी /कायस्थ खबर डेस्क I कहते है चुनाव लड़ना और जीतना दो अलग अलग बातें है I चुनाव जीने के लिए सिर्फ पैसा बहा देना ही सफलता की गारंटी नहीं होता I सही पी आर एजेंसी और चुनावी मैनेजमेंट में सही लोगो को साथ लेने से ही आप चुनाव जीत सकते है I ऐसे ही कुछ गड़बड़झाला हो रहा है इलाहबाद के हर चुनाव में खड़े होने की कोशिश करने वाले और इस बार कायस्थ पाठशाला के चुनाव में अध्यक्ष पद की दावेदारी ठोक रहे डा सुशिल सिन्हा के साथ I
इलाहबाद की गलियों की कानाफूसी में यु तो डॉ सुशिल सिन्हा के विरोधी उन पानी की तरह पैसा बहाकर चुनाव को गलत दिशा में ले जाने के आरोप लगा रहे है I लेकिन अब ये साबित भी होता जा रहा है की पानी तरह बहा रहे पैसे को भी डा सुशिल गलत लोगो पर लुटा रहे है I ऐसे में उनको जीत तो छोडिये जमानत बचा पाने लायक वोट भी मिल पायेंगे इस पर चर्चा शुरू हो गयी है
तो जनाब किस्सा ये है की डा सुशिल सिन्हा के प्रचार में लगी टीम ने आज एक अखबार की कटिंग लगा कर दावा किया की उनको किसी अंतर्राष्ट्रीय बौध संस्थान से कायस्थ रत्न का सम्मान मिला है I अब पहले तो इस खबर पर ही सवाल हैं की भैया अंतर्राष्ट्रीय बौध संस्था बौध संस्थान बौध रत्न सम्मान की जगह कायस्थ रत्न सम्मान कैसे देने लगा है I दूसरा ये कि सच्चाई इसके उलट है कायस्थ खबर को मिली जानकारी के मुताबिक़ डा सुशिल सिन्हा को ये सम्मान किसी गैर पंजीकृत कायस्थ संस्था ने लखनऊ के अंतर्राष्ट्रीय बौध संस्थान में हुए एक सम्मान समारोह में दिया I अब कानाफूसी की टीम को तो लोग बताये की भैया चुनावी मौसम में ऐसे सम्मान सबको कैसे मिलते है वो सब जानते है तो आप कायस्थ रत्न लेलो या कायस्थ विभूषण या फिर विभीषण .. क्या फर्क पड़ता है ? तीसरा एक एंगल ये भी है की इस पुरे कार्यक्रम को प्रायोजित भी उनके ही लोग किये है अब सच क्या है वो तो वो ही जाने
बहराल कानाफूसी की टीम को उनको मिले सम्मान पर कोई एतराज नहीं पर कम से कम डा सुशिल मीडिया को मैनेज करने के लिएय ऐसे जानकारी लोगो की टीम को तो लगाए जिसको सही जानकारी या चुनावी मैनेज्मनेट की जानकारी हो I नहीं तो युवाओं के बलबूते हल्ला तो खूब मचेगा और जीत का कमल कहीं और ही खिलेगा