क्या 28 अक्तूबर 2018 को के०पी०ट्रस्ट की गवर्निंग काउन्सिल में कायस्थ हार जायेगा ? धीरेन्द्र श्रीवास्तव
के०पी०ट्रस्ट प्रबन्धन के अध्यक्ष व विभिन्न पदाधिकारियो के गैर बिरादरी प्रेम से कायस्थ समाज भली भाँति परिचित है। छीतपुर व अहीराना बसाने के अलावा इन्हें इन्दू मिश्र व जगन्नाथ यादव जैसे लोग ही मिलते है जिन्हें ट्रस्ट की अनमोल जमीने दे दी जाती है।क्या रूचि होती रही है उन्हे कायस्थो का हक छीन कर गैर कायस्थो को देने की ये तो भगवान श्री चित्रगुप्त ही जाने।
हम तो बस इतना ही समझ पा रहे है कि जब जब परिवार विशेष प्रबन्धन में आया,कायस्थो का हक छीन कर गैर कायस्थो को दिया गया।ताजा मामला लखनऊ के बख्शी तालाब स्थित अरबो की कीमत की जमीन का है जिसे अनेक कायस्थ उद्यमियों द्वारा दिये गये आवेदनों को नकार कर किन्ही उद्योगपति "जतिन अग्रवाल" को दिये जाने की पूरी तैयारी लगभग कर ली गयी है। एग्रीमेण्ट तैयार है बस औपचारिकता बाकी है।
के०पी०ट्रस्ट चुनाव 2008 में जो शहजादे साहब अन्य युवराजो के साथ घर घर जा कर कायस्थो को कायस्थ सेवा हेतु दी गयी जमीनों का बेचने का आरोप लगाते हुये न्यासियो की गोड़धारी करते दिखायी व सुनाई पड़ रहे थे,कार्यकाल के अन्तिम दिनों में जबकि चुनावो की घोषणा हो चुकी है,जतिन अग्रवाल के पक्ष में तर्क करते हुये दिखाई व सुनाई पड़ रहे हैं।
दिनाँक 28 को होने वाले गवर्निंग काउन्सिल की बैठक में हर बार की तरह इस बार भी वर्तमान प्रबन्धन द्वारा गैर बिरादरी के शोरे पुश्त लोगो को बैठाया जायेगा जो गलत नीतियो का बिरोध करने वाले कायस्थ न्यासियो से गाली गलौज व हाथापाई करेंगे और पास पास का नारा लगवायेंगे।
परन्तु न्यासियो के अन्तर्मन में राष्ट्रीय/प्रादेशिक परिदृश्य की तरह बार कायस्थ पाठशाला से गैर बिरादरी के पोषक वंशवादियो को जड़ से उखाड कर फेंकने की दृढ़ इच्छा का संचार होता जा रहा है।
सम्मानित न्यासियो को समझ में आता जा रहा है कि के०पी०ट्रस्ट के अध्यक्ष व पूर्व महासचिव रह चुके बार काऊन्सिल ऑफ इण्डिया ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन,वरिष्ठ अधिवक्ता उच्च न्यायालय श्री टी०पी०सिंह की सदस्यता क्यो फ्रीज की गयी ?
पर इतिहास का वह सबक याद रखना होगा कि ऐसी ही हरकतो से श्रीमती इन्दिरा गान्धी न केवल सत्ता से बाहर हुयी बल्कि आज उनका वंश सर्वाइव नही कर पा रहा है।मनमानी ,तानाशाही करने वाले समाज तोड़क अन्य वंशो का भी आगे चलकर यही हाल हुआ।
हम सार्वजनिक रूप से विनम्र निवेदन कर रहे है कि कायस्थ समाज के हितो को गैर समाज में मत दो।अभी हमारे समाज व इसके युवाओ को के०पी०ट्रस्ट के संसाधनो की गम्भीर आवश्यकता है।
लेख में दिए गये विचार लेखक के अपने है कायस्थ खबर का उनसे सहमत या असहमत होना अनिवार्य नहीं है I लेख से सम्बंधित विचार आप नीचे कमेन्ट बाक्स में दे सकते है या फिर हमें kayasthakhabar@gmail.com पर मेल कर सकते है उनको इसी की सीरीज बना कर प्रकाशित कर सकते है