कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ पाठशाला का चुनाव होने अब सिर्फ १ महीना रह गया है, २५ दिसम्बर को होने वाले इस चुनाव के लिए अध्यक्ष पद के सभी प्रत्याशियों ने अपनी अपनी बिसात बिछा दी है I समर्थको और विरोधियो के बीच रस्साकशी जारी है I वोटर और और वोटर्स के मालिक भी सभी को आश्वाशन देकर सबसे सम्बन्ध बना रहे है I ऐसे में कायस्थ खबर ने सोशल मीडिया पर सभी प्रत्याशियों के चुनावी प्रचार के एक मुख्य मुद्दे की विवेचना करना शुरू किया है I
इस कड़ी में आज सबसे पहले हम प्रमुख प्रत्याशियों चुनावी प्रचार को समझने का प्रयास करेंगे I उनके समर्थक और विरोधी क्या कहते है उनको भी जानेगे
दीपक कुमार
दीपक कुमार का दावा है की कुल्भास्कर मुंशी काली प्रसाद के बाद उनके परदादा ने ही कायस्थ पाठशाला को आगे बढाया. ऐसे में वो उनके किये गये कार्यो को आगे बढाएंगे I दीपक जीतने के सवाल पर डा केपी श्रीवास्तव समेत कई प्रभावशाली कायस्थों के अपने समर्थन खड़े होने को बताते हैं I
समर्थक : सोशल मीडिया पर समर्थक नहीं है
रणनैतिक टीम : नहीं है
विरोधी : प्रमुख रेस में न होने से विरोधी भी नहीं है
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर खुद एक्टिव लेकिन प्रचार कमजोर
चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह
जितेन्द्र नाथ सिंह प्रयागराज के प्रभावशाली परिवार से आते है , उनके भाई चौधरी राघवेन्द्र सिंह वर्तमान में अध्यक्ष रहे है I उनके पिता चौधरी नौनिहाल सिंह कांग्रेस से प्रयागराज से प्रभावशाली नेता रहे है I ऐसे जितेन्द्र नाथ सिंह इस चुनाव में भी अपने परिवार के नाम पर ही वोट मांग रहे है I पारिवारिक सेवा के नाम पर उनका दावा चौधरी महादेव प्रसाद के परिवार से होने का है जिन्होंने अपनी सारी संपत्ति अपनी कायस्थ पाठशाला ट्रस्ट को दान की और अपनी बेटी दामाद और नाती की देखभाल के लिए सम्पति का कुछ हिस्सा सुरक्षित भी रखा I
समर्थक : चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह मृदभाषी है, कायस्थ पाठशाला में पीड़ी दर पीड़ी लोग अध्यक्ष रहे है कायस्थ पाठशाला के नियमो और कार्यकलापो से अच्छी तरह वाकिफ है
रणनैतिक टीम : SD कौटिल्य, कौशलेन्द्र नाथ सिंह
विरोधी : परिवार पर कायस्थ पाठशाला को अपनी संपत्ति समझने के आरोप, आखिर क्या संपत्ति दान करने के कारण ही किसी के वंशजो को अध्यक्ष बन्ने का मौका दिया जाना चाहए ?
क्या ट्रस्ट को संपत्ति इसी लिए दान दी गयी थी की बाद में कोई एक परिवार के वंशज उसके ट्रस्टी बनते रहे I
गैर कायस्थों को कायस्थ पाठशाला में लेकर आने और समर्थको के लोगो से दुर्वयवहार और बदजुबानी के आरोप I
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर खुद एक्टिव नहीं है ,सोशल मीडिया पर कमजोर है समर्थक प्रचार कम नुकसान ज्यदा करते है
डा सुशील कुमार सिन्हा
प्रयाग राज की राजनीती में बीजेपी से उभरते और संघ के चहेते रहे मृदभाषी डॉ सुशील अपना हॉस्पिटल चलाते है I युवाओं को साथ लेकर चलने की बाते करते है I प्रमुख वादों में ट्रस्ट की जानकारियाँ , सदस्यता आनलाइन करने जैसे वादे है I लेकिन १०० रूपए की सदस्यता करने के बादे पर उनकी अनुभवहीनता भी दिखती है I कायस्थ पाठशाला जैसे एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट की सदस्यता १०० रूपए करने का औचित्य समझा नहीं पाते I उनकी रणनैतिक टीम में जैसे नाम है
समर्थक : डा सुशील मृदभाषी है, बीजेपी और संघ से जुड़े है I अभी तक पाठशाला में वकीलों का ही प्रभुत्व रहा है ऐसे में एक डाक्टर के आने से पाठशाला के कार्यो का तरीका बदलेगा I चुनावों में सोशल मीडिया का बेहतरीन उपयोग
रणनैतिक टीम : अजय श्रीवास्तव,निशीथ वर्मा
विरोधी : डा सुशील हर चुनाव में खड़े दिखाई देते है I कायस्थ पाठशाला को लेकर उनके दावे व्यवहारिक नहीं है I जिस पाठशाला का निर्माण शिक्षा के लिए हुआ था वो उसको वो डिस्पेंसरी खोलने और १०० रूपए में सदस्य बनाने जैसे मुद्दों पर बातें करते है I
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर खुद एक्टिव नहीं लेकिन टीम से सोशल मीडिया पर जबरदस्त इमेज, पहले प्रत्याशी जिन्होंने अपना वेबसाइट तक लांच किया है
कुमार नारायण
कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष मुंशी राम प्रसाद के प्रपोत्र कुमार नारायण भी कायस्थ पाठशाला के एक प्रमुख उम्मीदवारों में से एक है I कायस्थ पाठशाला चुनाव में पूर्व अध्यक्ष टीपी सिंह के राजनैतिक उत्तराधिकारी के तोर पर भी अध्यक्ष पद के लिए कुमार नारायण को सशक्त उमीदवार माना जा रहा है I आलोक नारायण, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव जैसे चुनावी महारथियों के साथ कुमार भी बीते ५ सालो में हुई कई मुद्दों पर जांच और कायस्थ पाठशाला में गैर कायस्थों के आने को बंद करने के सहारे चुनाव लढ़ रहे है I
समर्थक : कुमार नारायण मृदभाषी है, इस चुनाव में टीपी सिंह के राजनैतिक उत्तराधिकारी के तोर पर है I महामंत्री रह चुके है, कायस्थ पाठशाला के कार्यकलापो का अनुभव है, ट्रस्ट को लेकर उनका विजन साफ है , टीपी सिंह के पुर्व कार्यकाल में कायस्थ पाठशाला को युनिवेर्सिटी बनाने और मेडिकल कालेज का मुद्दा उनके संकल्प में है है I एक मात्र प्रत्याशी जिनके समर्थन के लिए कोठी के खिलाफ लोग लामबंद हो सकते है
रणनैतिक टीम : पूर्व अध्यक्ष टीपी सिंह, धीरेन्द्र श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव, शरद चन्द्रा, अमित कुमार, अलोक नारायण,
विरोधी : टीपी सिंह के चुनाव लड़ने की सूरत में चुनाव ना लड़ने की कशमकश में काफी दिनों तक विरोधियो को उनके उपर तंज कसने का मौका मिला है I ऐसे में देर से ही सही मैदान में उतरने का नुक्सान हो सकता है I
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर खुद एक्टिव , सोशल मीडिया पर फिलहाल कमजोर है
डा विवेक श्रीवास्तव
कभी चौधरी जितेन्द्रनाथ सिंह के ख़ास रहे डा विवेक श्रीवास्तव आज उन्ही के सामने अध्यक्ष पद के उम्मीदवार है I डा विवेक ये चुनाव कायस्थ पाठशाला ट्रस्ट के लिए कम व्यक्तिगत जिद पर ज्यदा लड़ते प्रतीत हो रहे है I उन्ही को ध्यान रखते हुआ सरकारी कर्मचारी के चुनाव ना लड़ने के नियम बनने की बाते भी प्रयागराज में सुनने में आयी जिसको लेकर उन्होंने कभी VRS लेने और कभी नामांकन रद्द होने की दशा में अपनी पत्नी तक के नामांकन को करने की चर्चा रही I फिलहाल डा विवेक चुनाव लढ़ रहे है लेकिन चुनाव में निजी विरोध को दिखाने के कारण नकारात्मक छवि के प्रत्याशी बन गये है
समर्थक : डा विवेक जनूनी व्यक्ति है I कायस्थ पाठशाला में सेवानिती से कार्य करने आये है I कोठी के खिलाफ इमानदारी से जीतने के पक्षधर है
रणनैतिक टीम : प्रशान्त श्रीवास्तव,
विरोधी : निजी विरोध में डा विवेक संयमित नहीं रह पाते है I चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह के सहारे ही कायस्थ पाठशाला में आ कर उन्ही के खिलाफ इस तरह खड़ा होना उनको राजनैतिक तोर पर कमजोर साबित करता है I व्यवहारिक तोर लोगो से नहीं जुड़े है I
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर एक्टिव लेकिन विवादित है
कल्पना श्रीवास्तव
प्रयागराज में कल्पना श्रीवास्तव ने भी बीते कुछ समय में अपनी पहचान बनाई है I कल्पना भी लगभग कई चुनावों में अपनी किस्मत आजमा चूँकि है और इस बार कायस्थ पाठशाला में एक मात्र महिला प्रत्याशी होने के दावे के साथ अध्यक्ष पद के लिए उतरी है I कल्पना लगातार महिलाओं से जाकर उनसे महिलाओं की खातिर अपने लिए वोट मांग रही है I ये दांव अगर चल जाता है तो वो जीत भी सकती है
समर्थक : कल्पना महिलाओं के अधिकारो के लिए इस चुनाव में उतरी है I कायस्थ पाठशाला में महिलाओ के लिए काम करेंगी
रणनैतिक टीम : मनीष श्रीवास्तव
विरोधी : कल्पना सिर्फ वोट काटने के लिए चुनाव में है I विरोधियो के अनुसार वो भी हर चुनाव में खड़ी तो होती है लेकिन वोट कितने पाती है ये देखने की बात है
सोशल मीडिया पैरामीटर : सोशल मीडिया पर खुद एक्टिव है टीम भी है
इनके अलावा रणजीत श्रीवास्तव और डा प्रीती श्रीवास्तव भी है जिनका कोई प्रचार इन चुनावों में नहीं है I डा प्रीती अपने पति डा विवेक के समर्थन में वोट देने की अपील कर चूँकि है
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