
#MeToo विवाद से राहुल जौहरी बरी, बीसीसीआई के सीईओ पद पर रहेंगे बरकरार
बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी को यौन उत्पीड़न के मामले में क्लीन चिट मिल गई है. मामले की जांच में जुटी तीन सदस्यीय जांच समिति ने जौहरी को इस मामले में दोषी नहीं पाया है. पिछले महीने #MeToo मूवमेंट के तहत एक महिला ने जौहरी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जौहरी को उसी क्रम के साथ अपनी ड्यूटी ज्वाइन करना चाहिए, क्योंकि सीओए के दो सदस्यों के बीच कोई आम सहमति नहीं है कि राहुल जौहरी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जानी चाहिए।जोहरी के खिलाफ सबसे पहले यौन दुराचार के आरोप एक गुमनाम ई-मेल में लगाए गए थे, जिसे ट्विटर पर डाला गया. बाद में इस पोस्ट को हटा दिया गया. आरोपी का दावा था कि जोहरी की पिछली नौकरी में वह उसके साथ काम करती थी. इसके बाद दो और आरोप लगाए गए. इसमें से एक सिंगापुर में रहने वाली मीडिया पेशेवर और एक अन्य महिला थी, जो जोहरी के साथ उनके पिछले संस्थान में काम कर चुकी थी.इन दोनों महिलाओं ने स्काइप के जरिए सुनवाई में हिस्सा लिया. इसके अलावा बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के पूर्व प्रमुख नीरज कुमार, बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी, आईपीएल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा और मुंबई के पूर्व कप्तान शिशिर हतंगड़ी ने भी सुनवाई में हिस्सा लिया.