चनावी चर्चा : असल में अब कायस्थ पाठशाला में अध्यक्ष पद की लड़ाई अब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के दो गुटों के बीच की लड़ाई भी है
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ पाठशाला में चुनावों का जैसे जैसे मोहोल गरमा रहा है रोज नयी सियासत भी सामने आती जा रही है I आज अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के सुबोध कान्त सहाय गुट वाले धड़े ने कुमार नारायण के समर्थन की घोषणा की I जिसके फौरन बाद ही रविनंदन सहाय वाले धड़े ने भी कुछ तस्वीरो के साथ चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह के साथ होने दावा किया I जिसके बाद फिर एक बार कायस्थ पाठशाला की लड़ाई रोचक होती नजर आ रही है I
आइये अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के इस अनोखे खेल को समझने की कोशिश करते है I कायस्थ खबर को मिली जानकारी के अनुसार चौधरी जितेन्द्र नाथ सिंह कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष होने के साथ साथ अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के असंवैधानिक गुट (रविनंदन सहाय ) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष है I ऐसे में ABKM का रविनंदन सहाय गुट उनके लिए समर्थन और लाबिंग में लगा है I
वहीं कुमार नारायण कानूनी तोर पर स्वामित्व वाली अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के सुबोध कान्त सहाय गुट के प्रयागराज के जिला अध्यक्ष है I और टीपी सिंह इसी महासभा के संरक्षक I ऐसे में अल्ही भारतीय कायस्थ महासभा के इस गुट ने खुले तोर अपने लोगो के समर्थन की घोषणा कुमार नारायण के लिए की है I इसके बाद अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के दोनों गुटों में कायस्थों को अपने अपने नेता के लिए वोट मागने के खेल भी शुरू हो गये है I
लेकिन इसी महासभा में एक और पेंच है, वो है अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के पूर्व जिलाध्यक्ष और पदाधिकारियों निशीथ वर्मा और अजय श्रीवास्तव का I दोनों कुछ समय पूर्व इलाहाबाद कायस्थ महासभा के पदाधिकारी बने थे और दोनों ही डा सुशिल सिन्हा का समर्थ कर रहे है
ऐसे में कायस्थ पाठशाला के चुनाव राज्निअतिक समीकरणों के अलावा कायस्थ संगठनों की स्थानीय और राष्ट्रीय राजनीती को भी प्रभावित करते दिख रहे है I