आम आदमी पार्टी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से दिलीप पाण्डेय को अपना उम्मीदवार बनाया है जिसमे पीछे तर्क है की उनको ब्राह्मणों और पूर्वांचल के लोगो का समर्थन मिलेगा I लेकिन क्या इस सीट पर कोई पूर्वांचल का कायस्थ होता तो उसको वोट नहीं मिलते I आम आदमी के एक कायस्थ फाउंडर मेंबर ने कायस्थ खबर से बातचीत में बताया की हमारी हालत अब ऐसी है की अगर हम इस पर बात करते हैं तो हमें पद का लालची बता दिया जाता है और अपने चहेतों को टिकट बाँट दिए जाते है Iबता दें कि पुरे दिल्ली एनसीआर से आम आदमी पार्टी में बहुत कायस्थ इसके निर्माण के समय से ही लगे हुए है उसके बाबजूद भी aap ने विधान सभा में भी सिर्फ एक कायस्थ आदर्श शास्त्री को टिकट दिया था , जीतने के बाद जब मंत्री बनाने की बात आयी तो भी उनको किनारे कर दिया था I ऐसे में दिल्ली के कायस्थ महासभा के पदाधिअकारी ने कहा की इस बार कायस्थ महासभा आम आदमी पार्टी के समर्थन में अपील नहीं करेगीआम आदमी पार्टी का दोहरा चरित्र दिल्ली के ही एक कायस्थ अंकित सक्सेना की हत्या के बाद भी सामने आ चूका है I देश के किसी भी इससे में मुसलमान के मरने पर वहां दौड़ कर चले जाने वाले केजरीवाल एक कायस्थ की हत्या पर ३ दिन बाद मिलने गये थे I जिसके बाद भी उनकी बहुत आलोचना हुई थी I ऐसे में अब लोकसभा चुनावों में लोगो को उम्मीद थी की शायद इस बार आम आदमी पार्टी दिल्ली की ७ सीटो में से किसी सीट पर एक कास्ट को ज़रूर उतरेगी लेकिन टिकट वितरण में सिर्फ ब्राह्मण , बनिए और ठाकुरों का ही प्रतिनिधित्व ही दिखाई दिया है जिसके बाद कायस्थ समाज में काफी रोष है
