सूत्रों की माने तो शत्रुघ्न सिन्हा खुद ४ बार कांग्रेस के टिकट लेकर लड़ने पर अपनी जीत और हार के लिए अब तक ५ बार सर्वे करा चुके है जिसमे उनकी स्थिति मजबूत बनती नहीं दिख रही थी आपको बता दें कि कल ही सोनाक्षी सिन्हा ने भी एक सवाल के जबाब में कहा था की पापा ने बीजेपी को छोड़ने में देर कर दी है ऐसे में बीजेपी के मागदर्शक लाल कृष्ण आडवाणी के कहने पर दोनों ही पक्ष थोडा थोडा झुके है I इस बड़े डेवलपमेंट के बाद से कांग्रेस की प्रतिक्रिया का इंतज़ार किया जा रहा है कायस्थ खबर ने जब इस बारे में कांग्रेस में बिहार प्रभारी से बात की तो उन्होंने एक बार तो इसको अफवाह कहके टाल दिया लेकिन जब गंभीरता से पर पूछा गया तो उन्होंने राहुल गांधी ही इस पर कुछ कह सकते है बता कर पल्ला झाड लिया है I हालाँकि इसके बाद से बिहार कांग्रेस में हाहाकार मचता दिख रहा है लगातार दिल्ली से फ़ोन मिलाने की कोशिश की जा रही हैबता दें की शत्रुघ्न सिन्हा आडवाणी कैम्प के समर्थक माने जाते है I हालाँकि बीजेपी ने शत्रुघ्न सिन्हा की पार्टी विरोधी हरकतों के चलते उनको काफी समय से इग्नोर किया हुआ था लेकिन पटना साहिब से टिकट बंटवारे के बाद जिस तरह से रविशंकर प्रसाद को पटना एअरपोर्ट पर आर के सिन्हा के समर्थको का विरोध का सामना करना पड़ा उससे बीजेपी के रणनीतिकारो की परेशानी बढ़ गयी है I उसके बाद से ही दिल्ली में आर के सिन्हा को मानने की कोशिश की गयी जिसके बाद ये भी सोचा गया की मौजूदा हालत में शत्रुघ्न सिन्हा को छोड़ना भी सही नहीं है I
वही तेजप्रताप सिंह ने शत्रुघ्न सिन्हा को धोखेबाज बताते हुए तेजस्वी यादव को फिर से हड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी है उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद यादव को मेंशन करते हुए ट्वीट किया है की पार्टी चलाना तेजवी के बस का नहीं है अगर बीजेपी को हराना है तो फ़ौरन उन्सको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाएबिहार में हो रहे है इस उथल पुथल के बाद सबसे ख़राब हालत उन लोगो की होने वाली है जो पहले ३ साल से शत्रुघ्न सिन्हा के चक्कर में राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा को भला बुरा कहने में लगे थे और अब रविशंकर प्रसाद को भी लगातार बाहरी कह कर सवाल उठा रहे थे