भाजपा के लिए कायस्थ को सब्जी मे पडें तेजपत्ते है, वोट लेना उनकी ज़िम्मेदारी लेकिन उनको टिकट देना पाप है – आशु भटनागर
आशु भटनागर I जैसे जैसे चुनाव अपने रंग में रंगता जा रहा है वैसे वैसे बीजेपी में कायस्थों की स्थिति साफ़ होती जा रही है I देश भर में जाती के आधार पर टिकट बाँट रही भारतीय जनता पार्टी कायस्थों का जिक्र आने पर देश प्रेम और राष्ट्रवाद का नारा देने लगती है I उसके नेता और समर्थक हर बार कायस्थों को समझाते है की देश के लिए कायस्थों को अपनी राजनैतिक इच्छाओं को बलिदान करना चाहए I
इस बार लोकसभा चुनावों में में जब टिकट वितरण का खेल शुरू हुआ तो फिर से मध्यप्रदेश , यूपी और बिहार की सीटो पर बीजेपी से टिकट मिलने की उम्मीद लगाईं जाने लगी I लेकिन हर बार की तरह बीजेपी ने इस बार भी कायस्थ संस्थाओं को आश्वाशन तो खूब दिए लेकिन टिकट ब्राह्मण , ठाकुर , यादव , दलित और मुसलमानों तक को दे दिए I लेकिन कायस्थ प्रत्याशियों को समझा दिया गया की तुम्हारी उम्र बहुत हो गयी है या तुम अभी राजनीती में वोट लेने के लायक नहीं हो या फिर तुम बहुत बडबोले हो
ऐसे में कायस्थ भारतीय राजनीती की मिक्स वेज में पड़े तेजपत्ते की तरह है जिसकी सुगन्ध यानी वोट तो भरतीय जनता पार्टी को चाहए लेकिन उनको टिकट नहीं दिया जाएगा I हाँ ये सच है की अखिकंश कायस्थ बीजेपी और मोदी के समर्थक हैं लेकिन किसी भी स्टार पर कायस्थों को महत्त्व ना देना अब अस्मिता और स्वाभिमान का विषय हो चूका है
देश प्रेम और राष्ट्रवाद एक बात है और अपना अस्तित्व ही समाप्त कर लेना दूसरी बात I कायस्थ समाज बटुकेश्वर दत्त के सामान हो गये है जिनको कम ही उम्र स्वतंत्रता संगाम में भाग लिया यातनाये खाई लेकिन वो कभी भारत सरकार में सेनानी का सम्मान ना पा सके क्योंकि वो हमेश देश की सोचते रहे , सिंधिया परिवार की तरह अपना नहीं सोचे I
आज भी अपना सोचने वाले सभी लोग भारतीय जनता पार्टी से सौदेबाजी भी कर रहे है और टिकट भी पा रहे है ऐसा भी नहीं है की मध्यप्रदेश , यूपी और बिहार में टिकट पाने सभी लोग जीत ही जाने वाले है इनमे 50% लोग हारेंगे लेकिन फिर भी उनको टिकट दिए जा रहे है क्योंकि उनकी जातियों के वोटर्स को संतुष्ट जो करना है
अब वक्त आ गया है की देश प्रेम और राष्ट्रवाद की आड़ में कायस्थों को बेब्खुफ़ बनना छोड़ कायस्थों को अपने लिए सोचना होगा इसलिए जहाँ भी कोई कायस्थ प्रत्याशी है उसको वोट करें या फिर NOTA पर अपना वोट दें ताकि इन चुनावों के बाद गिनती में आपका गुस्सा दिखाई दे I याद रखिये सरकार बीजेपी की बने या कांग्रेस की कायस्थों को तभी कुछ मिलेगा जब इनको पता चलेगा की कायस्थों ने सौदेबाजी करना सीख लिए है नहीं तो चाणक्य ने भी कहा है सीधे पेड़ सबसे पहले काटे जाते है आप भी ऐसे ही काटे जाते रहेंगे