मारपीट की घटना केबाद पीड़ित डॉक्टर ने नौचन्दी थाना में तहरीर दी. उन्होंने युध्दवीर सिंह यादव और जुगल किशोर साहनी पर मारपीट का आरोप लगाया है. डॉक्टर को कभी कॉलोनी के गेट का ताला लगाकर तो कभी किसी और तरीके से परेशान किया जा रहा था. नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर सेक्टर 6 में डॉक्टर प्रशांत भटनागर पुत्र विमल भटनागर पिछले 6 साल से किराए के मकान में परिवार के साथ रह रहे हैं ।
डॉक्टर प्रशांत मेडिकल कॉलेज मेरठ में एसोसिएट प्रोफेसर हैं जो इस समय कोरोना संक्रमण के चलते मेडिकल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पीड़ित डॉक्टर का कहना है कि जब से लॉक डाउन शुरू हुआ है और कोरोना के मामले सामने आए हैं तभी से पड़ोस के लोग उनके साथ अभद्रता करते हैं। कई बार धमकी दे चुके हैं कि वह अपना मकान खाली कर यहां से चले जाएं।
डॉक्टर का यह भी कहना है कि स्थानीय लोग यह आशंका जताते हैं कि डॉक्टर अपने घर से हर रोज मेडिकल कॉलेज ड्यूटी पर आते जाते हैं। इनके आने-जाने से यहां कोरोना वायरस लोगों में फैल जाएगा। जिसके कारण स्थानीय लोग गलत नजर से देखते हैं
मेरठ में कायस्थ योध्धा डाक्टर प्रशांत भटनागर का लोगो ने हाथ तोडा, कोरोना मरीजो के इलाज के कारण करते थे परेशान
मेरठ में एक कायस्थ डाक्टर का उनकी ही सोसाइटी के लोगो द्वारा हमला करके हाथ तोड़ने की जानकारी आयी है I बताया जा रहा है की डा प्रशांत भटनागर मेरठ के शास्त्रीनगर में रहते है और कोरोना फाइटर के तोर पर सरकारी अस्पताल में अपनी सेवाए दे रहे है I लेकिन उनकी मोहल्ले के लोग लगातार उनको और उनके परिवार को परेशान कर रहे है , बीते दिनों उनके घर के आगे के पेड़ काट दिए गये I लेकिन कल रात उनकी कार खड़ी करने की जगह गार्ड का केबिन ही ला कर रख दिया गया
मेरठ के शास्त्रीनगर के सेक्टर-6 में डॉक्टर प्रशांत भटनागर किराए के घर में रहते हैं. उनकी मेडिकल कॉलेज में कोरोना वारियर के तौर पर ड्यूटी लगी है. उनकी कॉलोनी में रहने वाले लोगों में भ्रांति है कि कहीं वे मेडिकल कॉलेज से कोरोना का संक्रमण न ले आएं. इसी भ्रांति के चलते डॉक्टर भटनागर सेमारपीट की गई. उनसे कहा गया कि वह किराए का मकान खाली कर यहां से चले जाएं। पीड़ित डॉक्टर ने पुलिस को सूचना दी।