फैजाबाद में तय हुए यूपी चुनावों के लिए राजनैतिक कर्णधार
फैजाबाद में धार्मिक , सामाजिक और राजनैतिक सक्रीय कायस्थ प्रतिनिधियों का महासंगम एक नया पैगाम लेकर आया है I २ दिन तक चले इस महा मंथन ने कायस्थ समाज के लगभग सभी प्रमुख मुद्दों धार्मिक , सामाजिक और राजनैतिक प्रतिबध्ताओ पर विचार किया जिसके बार राजनैतिक रणनीति को आगामी यूपी चुनावो के लिए एक फैजाबाद के ब्रजेश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कार्यकारी टीम का गठन किया है "कायस्थ वाहिनी" के प्रमुख "कायस्थयोद्धा" कायस्थ पंकज भैया इस समिति के संयोजक होंगे. "कार्यस्थ सेना" प्रमुख "कायस्थ सिंघम" सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी एवम "अखिल भारतीय कायस्थ महासभा" के राष्ट्रीय सहसंयोजक डा०अरविन्द्र श्रीवास्तव जी आवश्यक नीतियो का निर्धारण,सम्भावनाओ की तलाश व अमलीज़ामा पहनाने की रूपरेखा आदि तैयार करेंगे. महिला प्रतिनिधित्व एवम सहभागिता सुनिश्चित कराने का उत्तरदायित्व कविता सक्सेना को प्रदान किया गया."कायस्थवृन्द" की सामूहिक नेतृत्व की अवधारणा के अन्तर्गत " कायस्थजन को राजनीतिक एवम सामाजिक जागरूकता एवम उत्तरदायित्व के प्रसारण एवम निर्वहन हेतु पारित निम्न प्रस्ताव पारित किया गया एवम देश के विभिन्न कायस्थ संगठनो/ सक्रिय कार्यकर्ताओ से इन्हे लागू करवाने की अपील की गयी है.
(1) सभी कायस्थो को सर्वप्रथम मतदाता बनकर राष्ट्रीय योगदान देना होगा चाहिये .इसके लिये जन-जन तक सम्पर्क किया जाये.
(2)मतदान करना अनिवार्य परम्परा के रूप मे विकसित किया जाये.
(3)क्षेत्रवार सर्वेक्षण कर प्रत्यक्ष स्वजातीय प्रत्याशियो के स्वसमर्थन से विजय प्राप्त कर सकने वाले क्षेत्रो व स्वजातीय प्रत्याशियो का चयन किया जाये एवम मतदाताओ को जागरूक एवम सतर्क किया जाये.
(4)इसी प्रकार स्वजातीय मतदाताओ के सहयोग से किसी को भी चुनाव जिताया अथवा हराया जा सकने वाले निर्वाचन क्षेत्रो का भी चयन किया जाये व स्वजातीय मतदाताओ को जागरूक एवम सतर्क किया जाये.
(5) इस सम्बन्ध मे आवश्यक निर्णय एवम कार्यवाही हेतु एक उच्चस्तरीय "राजनीतिक समिति" का गठन किया गया जिसके संरक्षक फैजाबाद के आदरणीय श्री ब्रजेश श्रीवास्तव जी होंगे.कार्यक्रम में कानपुर से आये पवन सक्सेना ने कायस्थ खबर से एक विशेष बातचीत में मुख्य समन्वयक धीरेन्द्र श्रीवास्तव की इस आयोजन की परिकल्पना और आयोजक ब्रजेश श्रीवास्तव की उसको फैजाबाद में परिलक्षित करने को लेकर बधाई दी और कहा की बहुत दिनों बाद वो एक ऐसे कार्यक्रम में शामिल हुए जहाँ आये हुए हर अथिति को अपनी बात रखने का ना सिर्फ मौका दिया गया बल्कि उसको कायस्थ समाज के अन्य कार्यक्रमों की तरह बीच में टोका भी नहीं गया I उन्होंने धीरेन्द्र श्रीवास्तव के मंच संचालन और लोगो को मौका देने की तारीफ करके हुए कहा की अगर सभी कायस्थ कार्यक्रमों में आयोजक इस पर ध्यान दें तो किसी कायस्थ कार्यक्रम में विवाद ही ना हो और कायस्थ एकता को नया आयाम भी मिले