लक्ष्य २०१७ : अभाकाम का विराट प्रदेश कार्यकर्ता सम्मलेन तय करेगा यूपी में कायस्थ राजनीती
१७ अप्रैल २०१६ कायस्थ समाज के लिए इस साल का सबसे महत्त्वपूर्ण दिन होने जा रहा है I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा लखनऊ में इस सिन विराट कार्यकर्ता सम्मलेन और सामान समारोह का आयोजन किया जा रहा है I प्रदेश स्तर पर होने वाले इस भव्य समारोह पर अब पक्ष , विपक्ष , सामाजिक और राजनैतिक सभी लोगो की निगाहें लगी हैं Iकायस्थ खबर ने भी अपने पाठको के लिए इस कार्यक्रम के लिए जानकारी आपके लिए ली है जिसके अनुसार २०१७ को लक्ष्य मान कर किये जा रहे इस समां समारोह में कायस्थ समाज के बड़े दिग्गज शामिल हो सकते है I अभी तक मिली जानकारी के अनुसार इसमें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ॐ जी माथुर , राज्य सभा सांसद और कायस्थ समाज के सर्वमान्य नेता आर के सिन्हा , राज्य सभा सांसद पवन वर्मा , सुबोध कान्त सहाय , जयंत सिन्हा जैसे बड़े नाम है I इनके अलावा यूपी से कांग्रेस विधायक प्रदीप माथुर , सपा विधायक सतीश निगम समेत अनेक गणमान्य कायस्थ इसमें पधार रहे हैअभाकाम से जुड़े बड़े नामो में बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद , रविनंदन सहाय , राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप माथुर , झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बब्बू , हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष पी सी श्रीवास्तव मुख्य रूप से शामिल है Iकार्यक्रम की देख रेख प्रदेश अध्यक्ष डा रमेश श्रीवास्तव ने लखनऊ में उठा ली है I वही राष्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ , रास्ट्रीय उपाध्यक्ष डा मुकेश श्रीवास्तव , मुकेश कुमार , शशिकांत श्रीवास्तव , एडवोकेट विकास बक्षी आदि लोगो ने प्रचार से लेकर लोगो की रुकने की वयवस्था को दुरुस्त रखें के लिए बड़े इंतजाम किये हैप्रदेश स्तर के इस कार्यक्रम को लेकर लोगो में इतनी बैचनी है की एक और जहाँ लोग इसके सफल होने की दुआए कर रहे है वही दूसरी और इसे लेकर कुछ लोगो ने अपनी व्यक्तिगत भड़ास भी निकालनी शुरू कर दी है I झारखंड के इसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जहाँ इसे एक तमाशा बताने के प्रयास में लगे है वही लोगो ने इस मामले पर खुद उन पर ही सवाल उठा दिए है I राजस्थान से प्रदेश प्रभारी ललित सक्सेना ऐसे लोगो को इग्नोर करते हुए कहते है की पदलोलुप लोगो ने पहले भी अभाकाम को नुक्सान पहुंचाया और अब कुछ नए लोग अपने ज़िम्मेदारी ठीक से ना निभापाने की स्थिति में ऐसे भ्रम फैला रहे हैडा मुकेश ऐसे लोगो की बातों पर हँसते हुए कहते है की उनका लक्ष्य हमेशा बातें कम और काम ज्यदा रहा है I और वो उसी से अपनी बात रखना चाहेंगे I कुल मिला कर देखना अब ये है की २०१७ के लिए लक्ष्य मान कर शुरू किये जा रहे इस कार्यक्रम से कायस्थ समाज क्या हासिल करेगा वो तो उस दिन ही पता चलेगा