कायस्थवृन्द में पद आपसी सांमजस्य की कड़ी मात्र है जैसे मानो दो देव नही तो पत्थर – डा अरविन्द श्रीवास्तव
कायस्थ वृंद को लगातार छोड़ने को लेकर उठे विवादों के बीच कायस्थ वृंद के राष्ट्रीय संयोजक डा अरविन्द श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया है की कायस्थ वृंद को संगठन नहीं है I इसलिए पद छोड़ने या जाने को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है I उन्होंने अपने जारी सन्देश में कहा है कि कायस्थवृन्द में सक्रीय जन किसी न किसी संगठन के प्रतिनिधित्व के लिए उपस्थित होते है इसमें संयोजक व् समन्वयक कोई आधिकारिक पद नही है ये सिर्फ व्यवस्था हेतु आपसी सांमजस्य की कड़ी मात्र है बस वैसे ही जैसे मानो दो देव नही तो पत्थर।
कायस्थवृन्द के सम्मानित सदस्यों को संगठन के पदाधिकारियो सोच से ऊपर उठकर आपसी सौहार्द व् सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की आवश्यकता है।
गौरतलब है की पिछले कुछ दिनों से कायस्थ वृंद को लेकर बहुत सी ब्रान्तियाँ समाज में फैली हुई है I कुछ लोग इसमें गुटवाजी और पद को लेकर कई तरह के आरोप लगाते रहे हैं I कायस्थ वृंद में शामिल कुछ लोगो के कल इसे छोड़ने को लेकर भी गुटवाजी और इसके अस्तित्व को लेकर कायस्थ समाज में चिंता और चर्चा दोनों ही शुरू हो गयी थी I ऐसे में डा अरविन्द का स्पष्टीकरण शायद इस विवाद को अब रोक दें इसकी उम्मीद की जा सकती है I