कायस्थ हेल्पलाइन १८०० २०० १५१६ के बारे में लोगो की शिकायते , नहीं मिलता नम्बर , हेल्पलाइन के संचालक ने टेक्नीकल प्रॉब्लम कह कर पल्ला झाड़ा
गरीब कायस्थ समाज के लोगो के लिए सहायता उपलब्ध कराने के दावे से शुरू की गयी कायस्थ हेल्पलाइन १८०० २०० १५१६ के लिए अब इसके काम ना करने की शिकायते मिलनी शुरू हो रही है I यु तो कई बार लोगो ने इसके बारे में कायस्थ खबर से कहा की सके प्रचार और वास्तिवकता में फर्क है I लेकिन कायस्थ खबर ने इसे विरोधियो की बातें मान कर इग्नोर किया
लेकिन कल प्रताप गढ़ के एक माल में मनेजेर के पद कार्यकरने वाले विपुल श्रीवास्तव ने जब इसके नम्बर पर फ़ोन ही ना लगने जैसे खुलासे किये तो हमें उनका दावा कुछ गंभीर नजर आया I हालांकि उनकी बात का खंडन अभाकाम के एक पदाधिकारी ने ये कहते हुए किया की हेल्प लाइन सिर्फ १० से ५ के बीच में ही कार्य करती है I इसलिए हमने विपुल से आज के लिए धैर्य रखने को कहा और आज इसको दुबारा टेस्ट करने को कहा I आज शाम विपुल ने फिर से कायस्थ खबर को बताया की हेल्पलाइन पर कोई नम्बर नहीं कगता है , उन्होंने बिभिन्न नम्बरों से भी इसको टेस्ट किया I उन्होंने आक्रोश जताते हुए कहा की लोग कायस्थ समाज को ऐसे कह कर बेब्खुफ़ बना रहे हैं I और वो ऐसे सभी गलत प्रचार वाले कार्यो का विरोध करते है
गौरतलब है की अभाकाम ( AK srivastav गुट)के राष्ट्रीय पदाधिकारी और कायस्थ न्यूज़ के संचालक मनीष श्रीवास्तव इसके संचालक है I और उन्होंने इसको सबसे पहले संसद आर के सिन्हा से ही शुरू करवाया था I कायस्थ खबर ने जब इस सिलसिले में मनीष से बात की तो मनीष ने कहा की वो इसे किसी चंदा दान से नहीं चलाते हैं बल्कि स्वेच्छा से चलाते हैं I कायस्थ खबर के पूछे जाने पर उन्होंने कहा की कोई टेक्नीकल समस्या होगी पर उन्होंने ये कब तक दुबारा शुरू होगी इसके बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया I
ऐसे में कायस्थ समाज में कई बड़े लोगो के नाम जोड़ कर शुरू की गयी हेल्पलाइन का अब क्या भविष्य होगा ये तो भविष्य ही बतायेगा I