कतिपय व्यक्तियो द्वारा “कायस्थवृन्द” के नाम से मिलते- जुलते नाम से किसी प्रकार की संस्था का पंजीकरण करा कर भ्रम फैलाया जा रहा है, आवश्यकता पडने पर विधिक कार्यवाही भी की जायेगी- डा०अरविन्द्र श्रीवास्तव
"कायस्थवृन्द" कोई संगठन नही विचारधारा है जिसका मानना है कि कायस्थ एकता व विकास हेतु एकल नेतृत्व नही अपितु सामूहिक नेतृत्व ही सक्षम है.
"कायस्थवृन्द" की प्रथम बैठक 12 अप्रैल 2015 को मीरजापुर में, द्वितीय बैठक 12 जुलाई 2015 को इलाहाबाद में,तृतीय बैठक 24 व 25 अक्तूबर 2015 को गिरीडीह में व चतुर्थ बैठक 9 व 10 जनवरी 2016 को फैजाबाद में हुयी थी.
"कायस्थवृन्द" की पंचम बैठक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 14 व 15 मई 2016 को आगरा में होगी.
कतिपय व्यक्तियो द्वारा "कायस्थवृन्द" के नाम से मिलते- जुलते नाम से किसी प्रकार की संस्था का पंजीकरण करा कर भ्रम फैलाया जा रहा है.हम समीक्षा कर रहे है व आवश्यकता पडने पर विधिक कार्यवाही भी की जायेगी.
चूंकि "कायस्थवृन्द" किसी प्रकार का संगठन/संस्था नही है एवम प्रस्तावित "आगरा बैठक" की रूपरेखा 10 जनवरी 2016 को फैजाबाद में ही निर्णीत कर लिया गया था जिसके आयोजन का दायित्व श्री सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी ने स्वीकार किया था, अत: कथित रूप से समनामधारी संस्था के 10 मई 2016 के पंजीकरण कराने मात्र से कतिपय महत्वाकाँक्षी लोगो को यह अधिकार नही मिल जाता है कि वे सोशलमीडिया के माध्यम से किसी प्रकार की अवैध चेतावनी दें अथवा अवरोध उत्पन्न करें.
"कायस्थवृन्द"की बैठक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होगी व इसमें व्यवधान करने वालो से सख्ती से निपटा जायेगा.
कायस्थ समाज बौद्धिक समाज है.कायस्थ एकता व विकास सम्बन्धी वैचारिक मंच जिसकी स्थापना 12 अप्रैल 2015 को हुयी व इस वैचारिक मंच के नाम से मिलते जुलते नाम से दुर्भावना व दुराशय में कराये गये कथित पंजीकृत संस्था जिसकी स्थापना एक वर्ष से ज्यादा अवधि के बाद 10 मई 2016 को हुयी, में फर्क समझता है.
कायस्थ समाज यह भी जानता है कि जिस गलत नीयत से पिछले दिनो " चित्रॉश वेल्फेयर ट्रस्ट"का बुरा हश्र हुआ उसी प्रकार गलत नीयत से स्थापित किये गये हमारे वैचारिक अवधारणा/मंच के नाम से मिलते जुलते नाम की संस्था की स्थापना तो कर दी गयी है परन्तु हश्र वैसा ही बुरा होगा.
इसीलिये कतिपय तत्वो को नकार कर पूरे देश के कोने-कोने से सक्रिय कायस्थो व संस्थाओ के प्रतिनिधियो के आगमन की सूचना आ रही है.
हम अपने कायस्थसमाज के उत्थान के लिये प्रयासरत है जिसमें बाधा उत्पन्न करने वाले अपनी हरकतो से बाद आये अन्यथा कडी कार्यवाही के साथ ही कायस्थ बहिष्कार का सामना करना पडेगा.
आपका
डा०अरविन्द्र श्रीवास्तव
राष्ट्रीय संयोजक," कायस्थवृन्द "