लम्बी उठापटक के बाद कायस्थ सोशल मीडिया वीर शांत : क्या किसी बड़े धमाके का आगाज़ होगा या सिमट गयी इन लोगो की राजनीती
पिछले कुछ दिनों से कायस्थ समाज में सोशल मीडिया पर अचानक शान्ति छा गयी है I कायस्थ एकता , विकास और सदभाव को लेकर उठने वाली लहरें बिलकुल शांत दिखाई दे रही है I यूपी चुनाव २०१७ के मद्दे नजर अब तक ऐसा लग रहा था की सभी कायस्थ संगठन और राजनैतिक दल चुनावों में कायस्थ राजनीती के लिए गंभीर हो रहे है I अपनी अपनी रणनीति तैयार कर रहे है I
लेकिन विगत ३ से ४ दिनों में जिस तरह की वीरानी इन सोशल मीडिया वीरो में छाई है उससे कुछ और ही सवाल खड़े हो रहे है , ऐसा लगता है की पिछले कुछ समय से बड़े जोर शोर से लगे लोग अब थक गए है और कायस्थ समाज यूपी चुनाव से पहले ही सरेंडर कर रहा है I या फिर आपसी प्रतिद्वंदिता के चलते कायस्थ संघठनो की हालत खस्ता हो गए है और अब समाज हित के कार्य करने के लिए भी लोग नहीं मिल रहे है
कायस्थ खबर ने जब इस बारे में लोगो से बात करने की कोशिश की तो सबके ज़बाब सधे हुए ही मिले , कुछ अपने काम में व्यस्त कह कर किनारा करते दिखे तो कुछ पिछले दिनों हुए विवादों के वाद अब अपने को अलग करते दिख रहे है I राजनैतिक प्रत्याशियों ने भी एक दम चुप्पी साध ली है ऐसा लग रहा है की किसी भी प्रत्याशी को अपने टिकट के बने रहने का भरोसा नहीं है I
ऐसे में थोड़े से छितपुट कायस्थ घटनाओं को छोड़ दें तो ये समय चिंता का विषय है I लगातार चिन्तन और चर्चा किसी भी समाज की रीढ़ होते है और उनके चलते ही कोई समाज आगे बढ़ पाटा है I
कायस्थ संगठनो की ये चुप्पी अगर किसी रणनैतिक दांव की तरह है तो निश्चित तोर पर ये एक बड़ी बात होगी लेकिन अगर ये आपसी प्रतिद्वंदिता के चलते उपजी हताशा का परिणाम है तो कायस्थ समाज के लिए बड़ा झटका होगा I
ये तो तय है की समय सबका विकल्प बना लेता है I अगर आज के ये वीर पीछे हटे तो इनके भी विकल्प आयेंगे ये सिर्फ ६ -६ महीने से ऐसे हीरो समाज को क्या दे पायेंगे ये तो वकत ही बताएगा