परिवारवाद , पूंजीवाद में खेल रहा पारिया गुट , १ महीने बाद भी इस्तीफे का अतापता नहीं, घोषणा के ५० हजार अब परिवार द्वारा मना करने के नाम पर ख़तम
पारिया गुट परिवार वाद , पूंजीवाद में खेल रहा है और इसके उधाहरण जैसे जैसे समाज के लोग सवाल उठा रहे है वैसे वैसे मिल रहे है I बड़ोदा सम्मलेन के बाद जब समाज ने आयोजक द्वारा अपनी ही पत्नी को गेस्ट आफ आनर देने का मामला उठाया और उसको कायस्थ खबर ने आगे बढ़ाया तो राष्ट्रीय मंत्री ने कायस्थ खबर को फ़ोन पर गाली और धमकी देकर चुप्पी साध ली I जिसके बाद एक दो पोस्ट डाली जिसमे बेहद निम्न स्तरीय भाषा का प्रयोग भी राष्ट्रीय महामन्त्री विश्विमोहन कुलश्रेष्ठ द्वारा किया गया I
हालांकि अब १ महीने बाद भी कल विश्विमोहन कुलश्रेष्ठ सवाल पूछते नजर आये की वो पति पत्नी कौन है ? अब कोई इन महानुभाव से पूछे की क्या इनको १ महीएँ से कुछ पता ही नहीं और अगर पता नहीं था तो इन्होने फ़ोन पर घर आकर मारने की धमकी और गाली क्या सोच कर दी थी I
वही कायस्थ खबर की खबर में मुकेश श्रीवास्तव की हवाई यात्राओ पर सोर्स पूछे जाने पर तिलमिलाए मुकेश कभी उसके स्पोंसर आशु भटनागर को और कभी उनको ही कानूनी धमकी देते नजर आये I लेकिन महीने भर में इतनी हवाई यात्रा कैसे हुई ये नहीं बता पाए I
राष्ट्रीय महामंत्री का कल एक और स्पष्टीकरण अलीगढ अधिवेशन में उनके द्वारा सड़क दुर्घटना में मारे गए कायस्थ के परिवार को लेकर भी आई I जिसमे विश्विमोहन कुलश्रेष्ठ के मुताबिक़ उक्त परिवार ने पैसे लेने से मना कर दिया इसलिए उसे पैसे नहीं दिए गए I लेकिन ये उनके ही जिला अध्यक्ष के उस ब्यान से एक दम उलट था जिसमे उन्होंने कहा था की उन्होंने परिवार को लखनऊ अधिवेशन में मंच से पैसे लेने को कहा था जिसके लिए उस परिवार ने वहां आने को मन किया था I पारिया गुट इस पुरे घोषणा के लिए किसी भी चेंदे की बात से भी बचता नजर आया I
अब देखना यही है की कितने दिनों तक पारिया गुट समाज को ऐसे ही भ्रम मे डालकर अपनी मन मर्जी करता रहेगा या फिर कोई एक दिन ऐसा भी होगा जब कायस्थ समाज एक बार फिर से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा को उसके त्याग और समाज सेवा के लिए जानेगा