स्वजनों के स्वयंस्फूर्ति कार्यक्रम संगत-पंगत की कड़ी में आज जुड़ा एक रत्न , गाजियाबाद में अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) ने दिखाई कायस्थ समाज की ताकत
स्वजनों के स्वयंस्फूर्ति कार्यक्रम संगत-पंगत की कड़ी में आज एक रत्न और जुड़ गया जब आज इस आंदोलन के आरम्भ होने के 16 महीने बाद " ग़ाज़ियाबाद संगत-पंगत "का भव्य आयोजन वृंदावन गार्डन में श्री अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) की पूरी टीम ने किया । ये कहना है राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा का I
ग़ाज़ियाबाद के वृंदावन गार्डन १००० से ज्यदा लोगो की भीड़ से गदगद हुए आर के सिन्हा ने इसके लिए अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) और उनकी टीम के एन के श्रीवास्तव को बहुत बधाई दी I जिन्होंने बेहद ही कम समय में इतने कायस्थों को एकजुट करके दिखाया I अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) इससे पहले भी पूर्वांचल समाज के लिए कई बड़े कार्यक्रम कर चुके है I और इस बहाने गाज़ियाबाद की कायस्थ सभाओं को एक करना निश्चित तोर पर उनकी उपलब्धि की जायेगी I
ज़रूर पढ़े : चित्रांश अशोक श्रीवास्तव : ३० सालो से दिल्ली एनसीआर में समाज सेवा को समर्पित एक आवाज़
कार्यक्रम में ७० साल से ज्यदा उम्र के लगभग ९० लोगो को शाल पहनाकर सम्मानित भी किया गया I हालांकि कार्यक्रम आयोजको के दावे के अनुसार ये संगत पंगत dhanbaad का रिकार्ड तो नहीं तोड़ पाया लेकिन एनसीआर में इतने भव्य पैमाने पर संगत पंगत आयोजित करके अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) ने एक ऐसी बड़ी लाइन खीच दी है जिस पर पुरे कायस्थ समाज को गर्व होगा
इसके साथ ही अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) ने एक बात और साबित की है की जनता के बीच पकड़ बनाने के लिए जनता के बीच ही जाना पड़ेगा I स्टेज पर सेलिब्रिटी की चमक दमक और सोशल मीडिया पर लिखने से भीड़ नहीं आती I समाज में अपनी पकड़ बनाने के लिए परिवारवाद का मोह भी छोड़ना होगा , नहीं तो कितना भी बड़ा और पुराना संगठन हो काम नहीं कर पायेगा I इस कार्यक्रम से अशोक श्रीवास्तव (घूकना ,ग़ाज़ियाबाद) ने गाजियाबाद के बिखरी कायस्थ सभाओं को भी एक साथ लाकर सारे देश को एक सफल सन्देश दिया