कायस्थ खबर चुनावी चर्चा : रामपुर में भाजपा से कायस्थ रत्न और पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना का है जलवा कायम
कायस्थ खबर डेस्क I सपा के कद्दावर नेता एवं यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां से मुकाबले के लिए भाजपा ने पूर्व मंत्री और कायस्थ रत्न शिव बहादुर सक्सेना पर दाव लगाया है। कायस्थ रत्न शिव बहादुर सक्सेना न सिर्फ शहर बल्कि, जिलेभर का चिर-परचित नाम है। 15 जून 1952 में जन्मे शिव बहादुर सक्सेना ने भी युवावस्था में ही राजनीति शुरू की थी।
जब वह करीब 30-32 वर्ष के थे, उभरती हुई भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय होने लगे, देखते ही देखते इतना सक्रिय हुए कि भाजपा ने वर्ष 1989 में उन्हें स्वार-टांडा से विधानसभा का टिकट दे दिया। वहां के मतदाताओं ने शिव बहादुर सक्सेना को पलकों पर बैठाया। नतीजनत वह जीते और विधायक बन स्वार-टांडा से लखनऊ तक का सफर तय किया। इसके बाद अयोध्या प्रकरण शुरू हो गया हो गया। इसमें हिन्दू लीडर की तौर पर उन्हें अलग पहचान मिलना शुरू हो गई। लिहाजा, 1991 वह एक बार फिर चुनाव में उतरे और जीते, 1993, 1996 में भी वह ही स्वार-टांडा से विधायक रहे। भाजपा सरकार में उन्हें राज्य मंत्री भी बनाया गया था। वह करीब सालभर से चमरौआ विस सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, पार्टी ने चमरौआ के बजाय उनकी राजनैतिक पकड़ को देखते हुए शहर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। अब उनका कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां से मुकाबला होगा।