नॉएडा में कायस्थ नेताओं को नहीं पूछने पर ५% कायस्थ वोटर हुआ उदासीन, पोलिंग प्रतिशत पहले फेज में सबसे कम
कायस्थ खबर ब्यूरो I कायस्थ एकता अब रंग लाने लगी है I नॉएडा में कायस्थों का अपनी उपेक्षा से वोटिंग में भाग ना लेना अब सबको समझ आ रह है I गौरतलब है की कायस्थ खबर के आशु भटनागर ने चुनावों से पहले ही सोशल मीडिया पर संभावना जताई थी की सभी दलों द्वारा कायस्थ समाज को जातीय समीकरण में नजरअंदाज करने से कायस्थ वोटर उदासीन हो जाएगा I और वही हुआ कायस्थ वोटर जातीय नेतृत्व के सामने ना दिखें पर घरो से बाहर नहीं निकला या फिर उसको छूटटी के तोर पर ही लिया I
कायस्थ समाज एक प्रबुद्ध और साइलेंट वोटर रहा है ऐसे राजनैतिक परिदार्श्य में कायस्थों का मुखर ना होना अब तक कायस्थ समाज के लिए नुक्सानदायक ही रहा है I जहाँ ब्राह्मण , गुर्जर , यादव वोटर मुखर होने के चलते राजनीती में अपनी पहचान बनाने में कामयाब है वहीं कायस्थ अह्मेशा पीछे ही रह है I ऐसे में अब्जब पिछले कुछ सालो से कायस्थ समाज ने अपने राजनैतिक अस्तित्व के लिए चेतना आयो है इस तरह का एकजुट प्रदर्शन आश्चर्यजनक है I
हालांकि बिभिन्न कायस्थ दलों से जुड़े कुछ लोग अभी भी ये मानने को तैयार नहीं की कायस्थों ने वोट नहीं डाला है I लेकिन आंकड़े यही कह रहे है की नॉएडा समेत पुरे यूपी में अब कायस्थों को राजनैतिक हिस्सेदारी एक बड़ा सवाल बन गयी है I टिकट के साथ साथ वोटबैंक की समझ अब कायस्थों की राजनैतिक स्थति मजबूत कर रही है I
नॉएडा की राजनीती का असर दुसरे फेज में
पहले फेज में नॉएडा का असर दुसरे फेज में साफ़ दिखाई दे रहा है I बीजेपी ने बरेली में राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा की रैली आज आयोजित की है I जिसे एक अच्छा साइन भी कहा जा सकता है I यूपी चुनावों में कायस्थ वोटो के लिए आर के सिन्हा की बदती स्वीकार्यता भी संकेत है की आने वाले दिनों में कायस्थ समाज को सभी दल गंभीर समझेंगे और कायस्थ समाज की समस्याओं को भी जानेगे