Roosevelt ने जवाब दिया कि उस महिला का अभिवादन मैंने उसके चरित्र के कारण नही बल्कि अपने चरित्र के कारण किया है । मुझे इस से कोई फर्क नही पड़ता कि उसका चरित्र कैसा है । मेरे लिए मेरा चरित्र ज़्यादा महत्वपूर्ण है ......... और महिलाओं को सम्मान देना मेरे चरित्र का हिस्सा है ........
आपके चरित्र के लिए आप स्वयँ जिम्मेवार हैं ........ कोई और नही .
खुद को सामने वाले के स्तर तक गिराओ मत ।
हो सके तो उसे उठा के अपने स्तर पे ले आओ ।
दुनिया आपके साथ कितना भी बुरा व्यवहार करे , अपना स्तर मत गिराओ ।
(ये कहानी सोशल मीडिया पर किसी ने पोस्ट की थी , पोस्ट करता का नाम ना पता होने के कारण इसे बिना नाम के दिया जा रहा है)
प्रेरक प्रसंग : दुनिया आपके साथ कितना भी बुरा व्यवहार करे, अपना स्तर मत गिराओ
अमेरिकी राष्ट्रपति Franklin D Roosevelt के जीवन का एक बड़ा प्रेरक प्रसंग है ।
Roosevelt अपने किसी मित्र के साथ कहीं जा रहे थे । सामने से आ रही एक महिला का उन्होंने अभिवादन किया ......... अपना Hat उठा के ।
उनके साथ चल रहे मित्र ने कहा Frank , आपको उस औरत का अभिवादन नही करना चाहिए था ।
क्यों भला ?
उसकी Reputation शहर में अच्छी नही । वो बदनाम है । उसका चरित्र अच्छा नही ..........