संगठन के चक्रव्यूह के चक्कर में.. कायस्थ समाज का विनाश आरंभ हुआ- आज पारिया जी के पूर्व विरोधी ए के श्रीवास्तव जी द्वारा उनके समर्थन में आने का आह्वान पढ़कर काफी अच्छा लगा- ललित सक्सेना
यदि सिंह अहिंसक हो जाए.. गीदड़ भी शौर्य दिखाते हैं।
यदि गरुड़ सन्यासी बन जाए.. तो सांप पनपते जाते हैं। संगठन के चक्रव्यूह के चक्कर में.. कायस्थ समाज का विनाश आरंभ हुआ।
सभी युवा साथियों को जय कायस्थॉना रॉयल कायस्थॉना आज हमारे समाज में बड़े ही जोरों शोरों से एक प्रचार प्रसार एक स्थानीय न्यूज़ पेपर कटिंग के सहारे हमारे समाज के पौराणिक पारिवारिक संगठन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा कै प्रमुख आशीष पारिया जी को लेकर किया जा रहा है जिसमें उन्हें एक बलात्कारी और अपराधी के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है जो कि गलत है या सही का फैसला न्यायालय द्वारा किया जाएगा परंतु आज देखा जा रहा है की हमारे ही समाज के कई प्रमुख पंजीकृत और गैर पंजीकृत कायस्थ संगठन उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं और और हमारे समाज के पुराणिक संगठन को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है
मैं आगाह करता हूं उन सभी स्वयंभू संगठन प्रमुखों और उनके उन सभी साथियों को जो हमारे समाज के पुराने संगठन को तोड़ने का खोखला प्रयास कर रहे हैं उन्हें समझाना चाहता हूं कि जो समाज समय के साथ नहीं चल उसका आज कोई अस्तित्व ही नहीं बचा आज हमारे राजस्थान की एक घटना जोकि आज राजस्थान सरकार को झुकने पर मजबूर कर रही है राजपूत संगठन समाज के एक अपराधी आनंदपाल सिंह द्वारा हत्या लूट और मर्डर जैसे संगीन प्रकरण दर्ज होने के बावजूद आज पूरा राजस्थान का राजपूत समाज उनके गांव में एकत्रित है और आनंद पाल सिंह द्वारा पुलिस कस्टडी से फरार होने से लेकर पुलिसकर्मियों की हत्या जैसे कई संगीन मुकदमें आज भी राजस्थान में दर्ज है परंतु आज उसका राजपूत समाज उसके एनकाउंटर के बाद उसके गांव में डेरा जमाए बैठा है और सभी राजपूत संगठन जोकि अलग-अलग नामों से अपनी दुकान चला रहे थे आज एक साथ हैं
कहते हैं वक्त का कोई ऐतबार नहीं होता जब वक्त बुरा होता है तो अपना साया भी मददगार नहीं होता आशीष पारिया जी पर लगे आरोपों की क्या बात करते हो दोस्त कोई भी आरोप लगा देने मात्र से गुनहगार नहीं होता और आप सभी से आग्रह करना चाहूंगा आज इस मुसीबत की घड़ी में हमें हमारे ही समाज के लोगों को साथ लेकर आशीष पारिया जी का सहयोग करना चाहिए ना कि उन्हें बदनाम किया जाना चाहिए मैं ललित सक्सेना जयपुर राजस्थान से शिव सेना हिंदुस्तान प्रदेश संयोजक और युवा समाजसेवी आप सभी से आग्रह करता हूं आप सब भाई आशीष पारिया जी को सहयोग करें और हमारे समाज के इस पुराणिक संगठन को बदनाम होने से बचाएं आज पारिया जी के पूर्व विरोधी ए के श्रीवास्तव जी द्वारा उनके समर्थन में आने का आह्वान पढ़कर काफी अच्छा लगा माना कि हम घर में कितना भी झगड़ ले परंतु बाहर वालों को हमारे घर के किसी सदस्य से किसी भी राज्य में नहीं झगड़ने देंगे जिस तरह घड़ी के अंदर छोटी और बड़ी सुईया अलग-अलग चलती है ओर सही समय बताती हैं परंतु जब उन्हें 12:00 बजानी होती है तो सभी एक जगह एकत्रित हो जाती है उसी प्रकार हमारे समाज के भिन्न-भिन्न संगठनों के प्रमुख और सदस्यों से विनती है कि संगठन की शक्ति को समझें और विचार करें मेरी इस पोस्ट को पढ़कर कई लोगों के विचार अलग अलग होंगे मानता हूं
सभी लोगों के विचार एक जैसे नहीं हो सकते परंतु हमें विचारों का मतभेद नहीं रखना है और सभी संगठनों के साथ महागठबंधन का आगाज करना है आज हमारे समाज में जो एकरूपता देखने को मिल रही है वह मुझे देखकर बहुत ही खुशी महसूस हो रही है और यह संदेश खासकर उन मेरे युवा साथियों को जिन्होंने मुझे फोन कर बताया कि भैया आज समाज को आप की आवश्यकता है तो मैं समाज के लिए तैयार हूं और बताना चाहता हूं मुझे कोई भी कभी भी किसी भी समय किसी भी परेशानी में याद करें मुझे आप तक पहुंचने में उतना ही समय लगेगा जितना समय आप तक पहुंचने में लगेगा मैं किसी संगठन पर विश्वास नहीं करता परंतु संगठन की शक्ति पर विश्वास करता हू मुझे आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आप सभी लोग मेरी इस पोस्ट को पढ़कर प्रतिक्रिया जरूर देंगे मैं किसी संगठन का पदाधिकारी नहीं हूं परंतु एक कायस्थ हूं आप सभी का धन्यवाद कहना चाहता हूं जो मेरी पोस्ट को पढ़कर मुझे मेरे मोबाइल नंबर 97222 8333 पर प्रतिक्रिया से अवगत करवाएंगे