देखिये आर के सिन्हा के ट्वीट
बिहार में नीतीश जी के नेत्रित्व में गठित एनडीए सरकार के सभी मंत्रियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें! दु:खद पक्ष है कायस्थ समाज की उपेक्षा !
— RK Sinha (@RKSinhaBJP) July 29, 2017
जेपी आन्दोलन से अबतक देशभर का कायस्थ समाज भाजपा के पीछे गोलबंद है।लेकिन, आज जिसतरह समाज की उपेक्षा हुई उससे देशभर का कायस्थ मर्माहत है!
— RK Sinha (@RKSinhaBJP) July 29, 2017
यहभी नहींथा कि कायस्थ विधायकों की कमी थी या वे योग्य,सक्षम और लोकप्रिय नहीं थे?तीन-चार बार लगातारभारी बहुमत से जीतने पर भी ऐसी अनदेखी क्यों?
— RK Sinha (@RKSinhaBJP) July 29, 2017
बिहार के सुनील श्रीवास्तव अपनी बात रखते हुए कहते है भाजपा और जद यू दोनो से एक भी कायशथ मंत्री पद नही पा सके । भाजपा खेमा 1) युबा और दमदार चेहरा आदरणिय नितिन नबीन । 2)आदरणीय अरूण कुमार सिन्हा । 3) युबा एबम् अनुभबी चेहरा श्री ऋतू राज सिन्हा । जद यू खेमा । 1) बेबाक संबाद करना और अनुभबी आदरणिय राजीब रंजन । 2) आदरणिय रणबीर नंन्दन अनुभबी और सबॅगुण समपन्न । 3) बेबाक संबाद और अनुभबी युबा आदरणीय डांo अजय आलोक । वही बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन लिखते है आज बिहार में मंत्रीमंडल का विस्तार किया गया। उसमें सभी जाति के लोगों को सामिल किया गया लेकिन कायस्थ सामाज के प्रतिनिधि को न तो भारतीय जनता पार्टी और न ही जद (यू) के ओर से सामिल किया गया। यह कायस्थ समाज का घोर अपमान है। जबकि कायस्थ समाज अपना मत भाजपा और जद (यू) को देता रहा है। आज भाजपा के पास 53 सीट है इनमें अधिकाशं शहरी सीट हैं और शहर में कायस्थ का मत निर्णायक मत है। अब समय आ गया है कि कायस्थ समाज अपने राजनितिक दशा दिशा तय करे। राजीव रंजन सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा बिहार प्रदेशl वही राज किशोर सिन्हा लिखते है मैं बीजेपी से नाराज भी हूँ, हैरान भी हूँ। नाराज क्यों न होऊँ? बात चाहे राजद की हो, या जदयू की, जेपी के चेले तो कब से मलाई खा रहे हैं और ख़ास जेपी के समाज को ही सुथनी सुंघा रहे हैं, और मैं नाराज भी न होऊँ? ऐसी ही विचारधारा के कारण तो सब मौज मार रहे हैं और महान उदार ह्रदय कायस्थ समाज अंगूठा चूस रहा है। अब बस करिए !मैंनें माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात का समय मॉगा है।उनके समक्ष समाज की व्यथा रखूँगा।विश्वासहै कि वे समाज के साथ उचित न्यायकरेंगें।
— RK Sinha (@RKSinhaBJP) July 29, 2017