कायस्थ खबर डेस्क /आशु भटनागर I शास्त्री जी और कायस्थों का सम्मान इस सरकार, संघ और भाजपा ने ही सबसे ज्यदा किया है ऐसा दावा किया है उत्तर प्रदेश के स्वास्थ मंत्री(कबीना) एवम प्रवक्ता उत्तर प्रदेश शासन सिद्धार्थ नाथ सिंह ने I कायस्थ खबर से एक विशेष बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह समाज से जुड़े विषयों पर खुल कर बोले I कायस्थ समाज के मुद्दों पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा की सरकार के तोर पर वो सबके लिए एक सामान है , वो लाबी में यकीन नहीं करते है लेकिन हाँ योग्यता से कायस्थ समाज के लोग भी अपनी जगह बना सकते है उन्होंने खुद का उदाहरण भी दिया ओर बताया की कैसे १९९६ से २००३तक बीजेपी मे होने के बाबजूद लोगो को ये नहीं पता था की वो पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती है I एक कार्यक्रम में सुषमा स्वराज को ये जानकारी हुई तब तक वो पार्टी में अपना मकाम बना चुके थे I उन्होंने समाज के युवाओं को हर फील्ड में अपना दावा पेश करने की सलाह भी दी , राजनीती में भी सपोर्ट करने की बात पर उन्होंने कहा की आजकल चुनाव जीतने के लिए लडे जाते है ऐसे में सिर्फ जाती विशेष या नाम विशेष पर ही कैसे कोई दावा कर सकता है , कायस्थों में भी यदि सक्षम लोग टिकट के लिए अपना दावा करेंगे तो पार्टी निश्चित ही उन्हें टिकट देगी
इलाहाबाद में कायस्थों से ना मिलने के सवाल पर उन्होंने इसे सिरे से नकारते हुए कहा की वो हफ्ते में ३ दिन इलाहबाद के कार्यक्रमों में ही होते है , हाँ उन्होंने सिर्फ ये कहा की की वो जीतने के बाद सम्मान करवाने वाले कार्यक्रमों में नहीं जायेंगे I उन्होंने कहा की वो सिर्फ सम्मान करने के लिए राजनीती में नहीं आये वो डा राजेन्द्र प्रसाद और लाल बहादुर शास्त्री जी की तरह काम करने के लिए आये है और उन्ही की तरह काम करना ज्यदा पसंद करते है
१ अक्तूबर को सिद्धार्थ नाथ सिंह जी का जन्मदिन भी है , उनको बधाई : फोटो में सिद्धार्थ जी के साथ में है कायस्थ वृन्द के मुख्य समन्वयक धीरेन्द्र श्रीवास्तव एवं कायस्थ खबर के प्रबंध निदेशक आशु भटनागर
यशवंत सिन्हा ओल्ड इंडिया के वित्त मंत्री रहे है हम लोग न्यू इंडिया के वित्त मंत्री के साथ है
बीजेपी में यशवंत सिन्हा के द्वारा वित्तमंत्री की आलोचना पर उन्होंने कहा की वो आदरणीय है लेकिन वो ओल्ड इंडिया के वित्त मंत्री थे और अब हम न्यू इंडिया के वित्त मंत्री के साथ है, किसी मुद्दे पर पार्टी के अंदर ही कई व्यू हो सकते है लेकिन मेरा ही व्यू सही है ये नहीं हो सकता है I शत्रुघ्न सिन्हा के बीजेपी के साथ उठे विवादों को भी उन्होंने कहा की शत्रुघ्न सिन्हा भी उनसे बड़े है और उन्होंने बिहार बीजेपी की शुरुआत की और उनको पार्टी ने बहुत कुछ दिया भी है लेकिन पार्टी हमेशा ही देती रहेगी ये संभव नहीं हो सकता , राजनीती उतार चड़ाव का नाम है हो सकता है वो वापसी करें
भाजपा और इस सरकार में लाल बहादुर शास्त्री जी का है पूरा सम्मान, वाराणसी एअरपोर्ट पर लगेगी आदमकद प्रतिमा, इस बार २ अक्तूबर को प्रदेश में होंगे शास्त्री जी को लेकर कार्यक्रम
पूर्व प्रधान मंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर मुग़ल सराय का नाम रखने को लेकर उठे विवाद पर उन्होंने कहा की रामनगर शास्त्री की जन्मस्थली है जो बनारस में है , ऐसे में मुगलसराय को लेकर विवाद करना गलत है I उन्होंने वाराणसी एअरपोर्ट का नाम लाल बहादुर शास्त्री जी के नाम पर रखे जाने को सही बताया I उन्होंने कहा की उन्होंने जयंत सिन्हा को एअरपोर्ट के बाहर शास्त्री जी की आदम कद प्रतिमा लगाने की मांग भी की थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है , साथ ही रामनगर में नए पुल का नाम भी शास्त्री जी के नाम पर ही होने जा रहा है इसके लिए भी उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है I
इस बार उत्तर प्रदेश में लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिवस २ अक्तूबर पर शास्त्री जी को लेकर भी कार्यक्रम किये जायेंगे I उन्होंने कायस्थ समाज से भी सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाने को कहा , शास्त्री जी पर निबंध प्रतियोगिता जैसी एक्टिविटी से हम उनके आदर्श ज्यदा ज्यदा लोगो तक पहुंचा सकते है
उन्होंने संघ और बीजेपी में कायस्थ समाज या शास्त्री की की उपेक्षा को भी गलत बताया उन्होंने कहा की कैसे इलाहबाद के छोटे से गाँव में विद्यालय में शास्त्री जी की मूर्ति अनावरण में खुद संघ संचालक मोहन भागवत स्वयं पुरे दिन मौजूद रहे I ये दर्शाता है की शास्त्री जी के लिए संघ कितना सम्मान भाव रखता है
११ जनवरी को हर साल इलाहबाद में करायेंगे भजन संध्या
दिल्ली की तरह इलाहबाद में भी सिद्धार्थ नाथ सिंह लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर भजन संध्या का आयोजन कराया करेंगे I इसके लिए जौरी तैयारियों को मूर्त रूपदिया जा रहा है और इस साथ से ये आयोजन शुरू हो जायेगा
विवादों के लिए मीडिया को ठहराया ज़िम्मेदार
गोरखपुर मुद्दे पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने पिछले दिनों हुए विवादों के लिए मीडिया को ही ज़िम्मेदार बताया , उन्होएँ कहा की वो और सरकार दोनों ही इस मुद्दे पर सम्वेदनशील है लेकिन सरकार के तोर पर हमें हो रही घटनाओं को आकड़ो में बताना था जिस पर ही मीडिया में विवाद बना दिया I किसी ने भी सरकार की कोशिशो को नहीं देखा की कैसे इस सरकार के आने के बाद पिछले ६ महीनो में सुधार हुए है , सरकार बिजली , सड़क, स्वास्थ्य और अपराध को रोकने को लेकर गंभीर कदम उठा रही है I
आप की राय
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कायस्थों के व्यक्तित्व और कृतित्व का लाभ लेने में बस एक दूसरे के उपर चढकर अपना अपना दावा पेश कर रहे हैं, इसी प्रकार अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के नाम से अनेकोनेक मंच कुकुरमुत्ते की तरह उग रहे हैं, भाजपा ने भी राजनैतिक लाभ के लिए शास्त्री परिवार का भरपूर इस्तेमाल कर रहा रहा है। शास्त्री जी बनारस के थे इसलिए बनारस रेलवे स्टेशन का नामकरण शास्त्री जी के नाम पर होना उनका उचित सम्मान होगा। हवाई अड्डे के नामकरण शास्त्री जी के नाम पर करना छलावा मात्र होगा।