इलाहबाद मैं कायस्थ समाज के युवक युवती का हुआ आडम्बरविहीन विवाह
3 जून 2015 का पावन दिवस जब दहेज एवं आडम्बरो से ग्रसित कायस्थ समाज मे उदाहरण स्थापित करते हुये चिरंजीव अंजनी श्रीवास्तव एवं आयुष्मती काजल श्रीवास्तव ने दहेजरहित एवं आडम्बरविहीन विवाह किया।
धन्यवाद के पात्र है काजल एवं अंजनी के पारिवारिक सदस्य,रश्तेदार एवं ईष्टमित्र जिन्होने ऐसे महान अवसर के लिये प्रोत्साहन एवं सहयोग प्रदान किया।
"कायस्थसन्त"आदरणीय श्री एन० के० श्रीवास्तव की अगुवाई मे आयोजित यह "चौदहवा" दहेजरहित एवं आडम्बरविहीन वैवाहिक आयोजन रहा। प्रत्येक बार की भांति इस बार भी"कायस्थयोद्धा" आदरणीय श्री सुरेन्द्र श्रीवास्तव ने कार्यक्रम सफल बनाने मे कोई कसर नही छोडी।
इस अवसर पर कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष चौधरी राघवेन्द्र नाथ सिंह,महामंत्री श्री सुनील दत्त कौटिल्य,पूर्व अध्यक्षीय प्रत्याशी एवम समाजसेवी डा०विवेक श्रीवास्तव, सदस्यकार्यकारिणी कायस्थ पाठशाला एवं सुविख्यात द्वारिका हास्पिटल के प्रबन्धनिदेशक डा०सुशील सिन्हा की गरिमामयी उपस्थिति से रचनात्मक कार्यक्रम को नई उचाइयां मिली।
कायस्थ पाठशाला के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री टी०पी०सिंह की भी शुभकामना नवदम्पत्ति को मिली।
कुल मिलाकर इलाहाबाद मे के०पी०इन्टर कालेज के परिसर स्थित भगवान श्री चित्रगुप्त के मन्दिर मे आयोजित इस वैवाहिक कार्यक्रम से दहेज व आडम्बरो से जूझते कायस्थ समाज् को आशा की किरण तो बन्धी ही।जरूरत है बस तो हर शहर में एक एन०के० की और एक एस०के०की।
आइये,हमारे सब मिलकर नरेन्द्र दादा और सुरेन्द्र दादा के संकल्प एवं अभियान को आगे बढाये और अपने समाज को दहेज व आडम्बरमुक्त करने मे अपना योगदान दे।
युवा साथियो, काजल और अंजनी एवम दोनो के परिवारो के अदम्य साहस को देखो और उनसे प्रेरणा लेते हुये अपने समाज मे नजीर बनने की हिम्मत करो।
यही "कायस्थखबर"व "जय चित्रांश आन्दोलन"है एवं "कायस्थवृन्द" का लक्ष्य है।
यही हमारा अाह्वान एवं अनुरोध भी है।
आपका अपना ही
धीरेन्द्र श्रीवास्तव
मुख्यसमन्वयक"कायस्थवृन्द"
एवं "जय चित्रांश आन्दोलन"