इनपुट : NBT हिंदीT 2731 - To Shashji from your 'babbua' .. !! https://t.co/MFYeeR1Sbb pic.twitter.com/rfzDdDtiBk
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) December 4, 2017
फ़िल्मी भाई की मौत पर अमिताभ बच्चन का भावुक ब्लॉग
'... मेरे पास अब भाई नहीं है।' बॉलिवुड ऐक्टर शशि कपूर के निधन से गमजदा अमिताभ बच्चन अपने इस जिगरी यार से साथ जिए पलों को याद कर रहे हैं। फिल्मों में शशि कपूर के साथ बड़े भाई से लेकर गहरे दोस्त तक के किरदार निभा चुके अमिताभ ने ट्विटर पर 'शशि के लिए आपके बबुआ की ओर से...' लाइन के साथ एक भावुक ब्लॉग भी शेयर किया है। शशि कपूर अमिताभ को प्यार से 'बबुआ' कहकर संबोधित करते थे। बिग बी ने अपने ब्लॉग की शुरुआत रूमी जाफरी के एक शेर से की है-
'हम ज़िंदगी को अपनी कहां तक सम्भालते
इस क़ीमती किताब का काग़ज़ ख़राब था'
अमिताभ बताते हैं कि किस तरह पत्नी जेनिफर की मौत के बाद शशि किस तरह अकेले हो गए थे। अमिताभ अपने ब्लॉग में लिखते हैं कि कई तरह की बीमारियों से लड़ते हुए शशि को देखकर उन्होने बहुत कुछ सीखा। 75 साल के बिग बी ने अपने ब्लॉग में बताया है कि कैसे हर मुलाकात में शशि कपूर और उनकी दोस्ती गहरी होती चली गई।
अमिताभ लिखते हैं कि जब अपने प्यारे दोस्त की मौत के बारे में पता चला तो वह अस्पताल नहीं गए। अमिताभ लिखते हैं, 'मैं उनसे सिर्फ एक बार अस्पताल में मिलने गया था और फिर कभी नहीं गया। मैं कभी भी नहीं गया। मैं अपने प्यारे दोस्त के इस हालत में अस्पताल में नहीं देखना चाहता था, और जब आज मुझे बताया गया कि वह नहीं रहे, मैं तब भी अस्पताल नहीं गया।'
अमिताभ बच्चन बाद में बेटे अभिषेक और बहू ऐश्वर्या के साथ उनके घर पर गए। अमिताभ लिखते हैं, शशि कपूर की मौत के बारे में पता लगने के कुछ समय बाद हमारी फिल्म इंडस्ट्री के लेखक रुमी जाफरी ने यह शेर मुझे भेजा, जो ऊपर लिखा है। अमिताभ लिखते हैं, 'वह मुझे 'बबुआ' कहते थे... आज उनके साथ-साथ मेरे और उनकी जिंदगी के कई पन्ने अधूरे ही चले गए।'
अमिताभ बताते हैं कि किस तरह पत्नी जेनिफर की मौत के बाद शशि किस तरह अकेले हो गए थे। अमिताभ अपने ब्लॉग में लिखते हैं कि कई तरह की बीमारियों से लड़ते हुए शशि को देखकर उन्होने बहुत कुछ सीखा। 75 साल के बिग बी ने अपने ब्लॉग में बताया है कि कैसे हर मुलाकात में शशि कपूर और उनकी दोस्ती गहरी होती चली गई।
अमिताभ लिखते हैं कि जब अपने प्यारे दोस्त की मौत के बारे में पता चला तो वह अस्पताल नहीं गए। अमिताभ लिखते हैं, 'मैं उनसे सिर्फ एक बार अस्पताल में मिलने गया था और फिर कभी नहीं गया। मैं कभी भी नहीं गया। मैं अपने प्यारे दोस्त के इस हालत में अस्पताल में नहीं देखना चाहता था, और जब आज मुझे बताया गया कि वह नहीं रहे, मैं तब भी अस्पताल नहीं गया।'