दही-चूड़ा भोज में दिखा शत्रुघ्न सिन्हा का जलवा,खुद ही लोगों को खिलाया, कायस्थ विधयाको के किनारा करने पर उठे सवाल
कायस्थ खबर डेस्क I भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को आयकर चौराहा स्थित गार्डिनियर अस्पताल परिसर में मकर संक्रांति के उपलक्ष्य पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया। यह कार्यक्रम दिन के 12 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चला। इस भोज में सैकड़ों लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसमें डॉक्टर, बिजनेसमैन, मीडियाकर्मी, समाजसेवी शामिल थे। इन लोगों के बीच शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर अच्छा खासा क्रेज देखा गया। पार्टी में पहुंचे लोग बिहारी बाबू के साथ तस्वीर खिंचवाने को लेकर बेकरार दिखे। लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा की निगाहें जिन लोगों को खोज रही थीं वे पार्टी में नहीं पहुंचे। आखिरकार शॉटगन ने खुद आगे आए और लोगों को चूड़ा दही परोसकर खिलाया। बता दें कि पिछले कई महीनों से शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी आलाकमान से बगावत की मुद्रा अख्तियार किये हुए हैं। बिहारी बाबू नोटबंदी, जीएसटी, राष्ट्रपति चुनाव जैसे मसलों पर पार्टी नेतृत्व की आलोचना कर चुके हैं।
नहीं पहुंचे बीजेपी के कायस्थ विधायक
बिहारी बाबू की पार्टी में कोई भारतीय जनता पार्टी का कोई नेता नहीं पहुंचा और ना ही कोई कायस्थ नेता । पीएम नरेंद्र मोदी पर कई मौकों पर हमला कर चुके शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने संसदीय क्षेत्र के विधायकों, पटना के मेयर, डिप्टी मेयर, भाजपा के जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों को न्योता दिया था। पर बीजेपी नेताओं ने इस पार्टी अघोषित बायकॉट कर दिया। शत्रुघ्न सिन्हा की पार्टी में डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू के अलावा कोई नेता नहीं आया। खास बात यह है कि शॉटगन ने इस कार्यक्रम में अपनी ही तरफ से पार्टी के चारों विधायकों का बैनर लगाया था। यहां पर बीजेपी विधायक नंदकिशोर यादव, संजीव चौरसिया, अरुण सिन्हा और नितिन नवीन की तस्वीरें लगी हुई थी लेकिन इनमें से कोई भी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचा।
कायस्थ विधायकों का एक कायस्थ सांसद की पार्टी में इस तरह से उपेक्षा से बिहार समेत पुरे उत्तर भारत के कायस्थ समाज में खलबली मच गयी है I हालांकि लोग सामने तो कुछ नहीं कह रहे है लेकिन एक कायस्थ नेता के साथ कायस्थ विधायको और नेताओं द्वारा की गयी ऐसी उपेक्षा की दबी जुबान में सभी निंदा कर रहे है I ऐसे में बिहार की कायस्थ राजनीती अब क्या नया रूप लेगी इस पर चर्चाये होने लगी है गौरतलब है की प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की पटना से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावनाओं के मद्देनजर हो रहे इस घटनाक्रम पर कायस्थ समाज क्या प्रतिक्रिया देगा ये वक्त ही बताएगा