नही रहे कायस्थ शिरोमणि गीतऋषि गोपाल दास नीरज..
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ शिरोमणि, पद्मविभूषण गीतऋषि गोपाल दास नीरज जी की साँस की तकलीफ आखिर कार उनकी जान ही ले गयी I एम्स से आ रही सुचना के अनुसार उनका निधन लगभग 8 बजे के करीब हुआ I गौरतलब है कि पद्म भूषण गोपाल दास नीरज जी को दो दिन पहले एम्स दिल्ली में आगरा से ले जाया गया था जहाँ आज शाम उन्होंने अन्तिम सांस ली।लाखों करोड़ों हिंदी सेवियों को वे बिलखता छोड़ गए।
कायस्थ खबर से एक बात चीत में पिछले दिनों उनके अजीज रहे पंकज प्रसून ने कहा था अकी खुद नीरज कहते थे की एक बार ९४ साल पुरे कर लूँ तो फिर १०० तक ज़रूर जियूँगा
लेकिन हिंदी साहित्य का आखरी स्तम्भ ये ९४ की लड़ाई ही वो पूरी नहीं कर पाए I नीरज जी के महाप्रस्थान से हिंदी गीतों का एक युग ढह गया जिसकी पूर्ति होना असंभव है!
नमन !उनकी स्मृति को देश के करोड़ों लोगों की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि .