2:10:20232 अक्टूबर विशेषलाल बहादुर शास्त्री (जन्मदिवस पर)🙏🙏🙏नमनलाल बहादुर शास्त्री से लालदेश के सच्चे समर्पित लालस्वतंत्रता आंदोलन में सक्रियस्वतंत्र बन चिंता करें राष्ट्रीयदेश में प्रचुर मात्रा में हो अन्ननारा सपूत का जय किसानदेशसीमा हेतु अभिरक्षा मानजय किसान संग जय जवानशास्त्री की उपाधि बनारस कीचिंता शास्त्रियो की सरस कीसबका किया जीविका प्रबंधनअपने बने रहे गोपाल ठनठनकभी न अनुचित लाभ उठायाबच्चो को साधारण ...
Read More »गीत/कविता
सोनू निगम का पक्ष ले आह्वान कर रहे हम सब जन – डॉ ज्योति श्रीवास्तवा
एकता ... एकता... एकता !! एकता एकम एकता, एकता दूजे ताना, एकता तीजे खींच-तान ------------------------------- क्षमा करें सभी आज कुछ धृष्टता का मन है। मन है... क्योंकि ये व्यथित है। व्यथित है क्योंकि अजीब सी उलझन है। उलझन कि हम क्या कर रहे हैं? जो कर रहे हैं वो क्यों कर रहे हैं? सबके मन में है क्या ये तो ...
Read More »घर का चक्कर : महथा ब्रज भूषण सिन्हा
पूछा किसी से, भाई कैसी यह कतार है? आगे, एक बड़ा सा सुसज्जित लगा दरबार है. दरबार व कतार के बीच, दिखती अँधेरी पट्टी, उसके आगे में सिर्फ एक ही करतार है. लोग बढ़ते हैं आगे, और अँधेरे में हो रहे गुम. इक्का-दुक्का पहुँच रहे करतार तक चुन-चुन. मैं भी कतार में लगा, देखने की ललक लगाए. अँधेरे तक पहुंचते ...
Read More »कविता : नारी का सम्मान जहाँ, सुख की बारिश सदा वहाँ – डॉ ज्योति श्रीवास्तव
नारी है अभिव्यक्ति का नाम नारी इच्छाशक्ति का नाम। नारी कोे कम मत समझो, ये सबल रूप संयम का नाम। माँ जो पूज्यनीया गुरु प्रथम, बहन बचपन का साथी। प्रेयसी सुख का भान कराती, पत्नी सुख-दुख की साझी। नारी के बिना ज्ञान अधूरा, मानव का संसार न पूरा। जन्मदायिनी, शोकनाशिनी, कुछ शोखी कुछ सादगी। जग ने काँटे खूब बिछाए, आँचल ...
Read More »कविता : महिला दिवस मुझे हर रोज चाहिए,महिला दिवस के लिए आभार – अलोक श्रीवास्तव
मैं मौन हूँ ,,मैं अबला हूँ ,,मैं शोषित हूँ ,,,मैं नारी हूँ ।। उत्थान पर हूँ ,,आसमान पर हूँ बुलंदीओ पर हूँ ,,मैं नारी हूँ ।।। मैं जगतजननी हूँ,मैं आधी आबादी हूँ ,,मैं अर्धांगिनी हूँ ,,मैं नारी हूँ ।।।। मुझे सामान अधिकार चाहिए मुझे सामाजिक सुरक्षा चाहिए मुझे कोख में सुरक्षा चाहिए मुझे सामान सम्मान चाहिए महिला दिवस मुझे हर ...
Read More »बढ़ चले वीर नेता जी के पूरी आजादी लाने को, चढ़ आई आजाद हिंद ब्रिटिश साम्राज्य मिटाने को : नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में काव्य श्रद्धासुमन -कवि ‘चेतन’ नितिन खरे
नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में उनके जीवन एवं हिंदुस्तान की स्वतंत्रता हेतु उनके संघर्ष को एक कविता के माध्यम से आप तक पहुंचाते हुए उन्हें काव्य श्रद्धासुमन जिनके कारण हमें गुलामी की पीड़ा से मुक्ति मिली, जिनके कारण हमको पावन लोकतंत्र की शक्ति मिली, जिनके कारण आजादी ने खुलकर के अंगड़ाई ली, जिनके कारण ...
Read More »भगवान् चित्रगुप्त के चमत्कार की सच्ची कहानी .. एक भक्त की जुबानी ..
मेरा जन्म एक सम्पन्न कायस्थ परिवार में हुआ था , सम्पन्न होने के नाते पिताजी और माताजी को हमे देने के लिए समय बहुत कम मिलता था जिसके चलते हमारा बचपन हमने दायीं माँ के साथ बिताया और जब कुछ बड़े हुए तो घर वालों ने बोर्डिंग में डाल दिया । वहां हमे अच्छी शिक्षा मिली और ...
Read More »कायस्थ खबर वार्षिक लेखा जोखा : क्या करूँ, कैसे करूँ 2016 का लेखा-जोखा, पुरे वर्ष अपने लोग ही कर रहे अपनो से धोखा. mbb सिन्हा
साल 2016 अपने अंतिम पड़ाव की ओर अग्रसर है। रांची से mbb sinha जी एक कविता भेजी है , प्रस्तुत है चंद दिनों में सिमट जानेवाले वर्ष 2016 का. 2016 का संघर्ष क्या करूँ, कैसे करूँ 2016 का लेखा-जोखा, पुरे वर्ष अपने लोग ही कर रहे अपनो से धोखा. बड़े और राष्ट्रीय संगठन के विधिक उतराधिकारी, बन गए हैं कायस्थ ...
Read More »प्रेरक प्रसंग : सफलता तो बड़ी आसानी से मिल जाती है लेकिन सफलता की तैयारी में अपना जीवन कुर्बान करना होता है। – आर के सिन्हा
पिकासो (Picasso) स्पेन में जन्में एक बहुत मशहूर चित्रकार थे। उनकी पेंटिंग दुनिया भर में करोड़ों और अरबों रुपयों में बिका करती थीं। एक दिन रास्ते से गुजरते समय एक महिला की नजर पिकासो पर पड़ी और संयोग से उस महिला ने उन्हें पहचान लिया। वो दौड़ी हुई उनके पास आयी और बोली – "सर मैं आपकी बहुत बड़ी फैन ...
Read More »लाखों में एक है बीजेपी सांसद श्री ” RK Sinha जी” आपके जन्मदिन पर कुछ लिख दूं – आलोक श्री
खुशियों से महके आपका संसार , जिंदगी हो हर पल ऐसे जैसे बागों में बहार न आये कभी कोई गम जिंदगी में , यही दुआ भगवान से करते है हम बार - बार ! आपकी उम्र हो साल हजार उच्चाईयों को छुते रहे आप आपको मिले हर बड़ा सम्मान मेरे दादा जी लाखों में एक है बीजेपी सांसद श्री " ...
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