ABKM विवाद : संजीव जी अखिल भारतीय कायस्थ महा सभा ” से इतनी नफरत क्यों -बृजेश कुमार श्रीवास्तव
संजीव जी :--- आशीर्वाद
आप का यह लेख पढ़ कर मन ग्लानि से भर गया , स्व्यम्भू बनने की जिस उत्कृष्ट उत्कंठा को आप का यह लेख आज उजागर कर गया , उससे अंतर मन पीड़ा से कराह उठा !
जिस कायस्थ वृन्द को आप महिमा मंडित कर गये उसका अस्तित्व ही देश की सभी संगठनो को मंच देने के लिये " मान कायस्थ शिरोमणि " " धीरेंद्र श्रीवास्तव जी , डा . अरविन्द जी , आप स्वयं , के द्वारा तैयार किया गया था , जिसमें , आप ने देश या प्रदेश के सभी कायस्थ संगठनो को आमंत्रित करके , उनके विचारों को एकत्रित कर देश में प्रचारित करने उन्हे "कायस्थ समाज " में जन जन तक पहुँचाने का माध्यम बन कर कार्य करना शुरू किया !
भाई मैं भी आप से जुड़ा , मेहनत किया , धन खर्च किया , सम्मेलन कराया , कई प्रान्तों के लोग जुड़े और फैजाबाद आयें भी , सफल रहा
फैजाबाद का कार्यक्रम :--- लेकिन जिस पीड़ा का एहसास मुझे हुआ , शायद आप को नहीँ हुआ होगा , या हो सकता हैं हुआ हो और आप उसे
किसी लिहाज बस व्यक्त ना कर पा रहें हो ! आप का यह लेख केवल और केवल मेरे लीये ही हैं ,इतना मैं भी समझदार हूँ !
तो आप को यह ज्ञात होना चाहिये :--- की ए बी के एम में पद लेना पद की लोलुपता नहीँ हैं , यदि ऐसा हैं तो आप सबसे पहले अपने
" राष्ट्रीय संयोजक मान . डा . अरविन्द श्रीवास्तव जी को " जो ए बी के एम में प्रांतीय " कार्यकारी अध्यक्ष हैं " क्या वे भी पद्लोलूप
कहे जायेंगे ?
मै आप से एक प्रश्न पूछता हूँ :-- जब आप सभी संगठनो को एक मंच देते हैं , आप का मतलब " कायस्थ वृन्द " तो राष्ट्र के इस सबसे पुराने "
कायस्थ संगठन " अखिल भारतीय कायस्थ महा सभा " से इतनी नफरत क्यों ?
कायस्थ वाहिनी के :-- पंकज भैया प्रिय हैं
कार्यस्थ सेना के :- कुलश्रेष्ठ जी प्रिय हैं
रा ज पार्टी के :-- मनोज जी प्रिय हैं
का जा सं फै के :- राजन प्रिय हैं
अर्थात देश के अन्य सभी संगठन सम्मेलन करे , विकास करे , पदाधिकरी बनाये तो कोई बात नहीँ " ए बी के एम " ने हमें या किसी को पद दे दिया तो हम पद लोलुप हो गये और ए बी के एम दंश झेल रही हैं छटपटाहट का संजीव जी पद की लोलुपता " क्या आप के कायस्थ वृन्द में नहीँ हैं
वहाँ भी सब मठाधीश ही हैं , सब निर्णायक की भूमिका में ही हैं , इसका एहसास हमें "" फैजाबाद " में खूब हुआ , सभी को हुआ भैया आज देश में सभी " आम कायस्थ " ही हैं , जिसके पास विवेक हैं
वह आम से खाश हो जाता पूरे देश में :---
जिसके पास पैसा और पावर हैं :---- वह खाश हो जाता हैं , पूरे राष्ट्र में अब मान धीरेँद्र जी का विवेक देखिए , अपनी सोच , अपनी लगन ,
अपनी निष्ठा से आज देश के सबसे लोकप्रिय कायस्थ हैं ,
वही आर के सिन्हा साहब को देखिये अरब पति हैं , चाहें तो भगवान चित्रगुप्त जी के बगल सिंघासन खरीद लें , " आज कायस्थ समाज के लीये सबकुछ कर रहें हैं पर वोट मिला 3%
भाई संजीव जी :---- आज एक बात नोट कर लो :----
मै बहुत नम्र दिल का कठोर और जिद्दी व्यक्ति हूँ , लोलुपता और लालच स्वार्थ और चोरी मेरे अंदर हैं नहीँ , " सम्मान चाहता हूँ , सम्मान देता हूँ " टूट भी जल्दी जाता हूँ , क्योंकि ,परिणाम तुरंत चाहता हूँ , भरोसा तुरंत करता हूँ !
इस समय तमाम संगठनो " कायस्थ वृन्द के " से दूर रहने कारण सिर्फ यह हैं की " मान धीरेंद्र जी या अन्य जो गणमान्य लोग हैं शायद हमारी उपस्थिति कम अच्छी लग रही हैं !
क्योंकि कुछ दिन पहले मैंने इस " सर्वे का विरोध किया था " जिसमे माननीय आशु भटनागर जी ने हमें काफी कुछ कह गये थे ! वरिष्ठ होने के नाते :-- और भारतीय जनता पार्टी से हमारे फैजाबाद से माननीय """ कमलेश श्रीवास्तव जी """ को चुनाव लडाने व टिकट पाने
के लिये हमने लिखा था !
आशु भटनागर " के उस कृत्य पर किसी ने एक शब्द उनको ऐसा ना करने के लिये , नहीँ कहा ! मानव स्वभाव हैं , अग्रणी बनना , ख्याति पाना , जिस दौड़ में आज मध्यम वर्ग से लेकर आर .के . सिन्हा जैसे लोग सभी अपनी क्षमता के अनुसार लगे हैं !
ए बी के एम भी " कायस्थो की " ही सबसे पुरानी संस्था हैं , बट वृक्ष हैं :---- देश की सभी संगठन :--- आज उसी " अखिल भारतीय कायस्थ महासभा " की शाखाएँ , तने , पत्ते , और फूल , फल हैं ! हर संगठन के निर्माताओं के पूर्वज कभी ना कभी इस के सदस्य ज़रूर रहें होंगे !
तो भैया मैं भी फैजाबाद में कायस्थ एकता पर ही कार्य कर रहा हूँ !
मेरा इस समय केवल एक ही " लक्ष्य " हैं
मान " कमलेश श्रीवास्तव जी " को "अयोध्या विधान सभा" सीट बी जे पी से टिकट लेना और जिताना !
फैजाबाद के अयोध्या के उन 40,000 हजार कायस्थ मतदाताओं को इकट्टा करने और " कमलेश " भैया को जिताना !
और यदि बी जे पी टिकट नहीँ देती हैं तो : ---------
मैं बृजेश कुमार श्रीवास्तव , जिला अध्यक्ष , ए बी के एम फैजाबाद आप से वादा करता हूँ की "अयोध्या विधान सभा " का
कायस्थ मतदाता " बी जे पी के विरोध में वोटिंग करेगा !
मेरी इस प्रतिज्ञा में जो भी मेरी सहायता करेगा मैं उसका आजीवन आभारी रहूंगा !
मेरी बाते जिसे भी अच्छी ना लगी हो उससे क्षमा प्रार्थी हूँ !
सभी से सहायता की अपील के साथ !
आप का " कायस्थ सेवक "
बृजेश कुमार श्रीवास्तव ( जिला अध्यक्ष )
ए बी के एम फैजाबाद
इस ABKM विवाद के संदर्भ में हमें कुछ जबाब मिले उन्हें आप नीचे दिए लिंक पर पढ़ सकते है
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