ABKM विवाद : ‘मत’ भेद कभी भी ‘मन’ भेद नहीं बनने चाहिए – ललित सक्सेना
समर्थन और विरोध केवल विचारों का होना चाहिये ,किसी व्यक्ति का नहीं..
क्योंकि
अच्छा व्यक्ति भी गलत विचार रख सकता है और किसी बुरे
व्यक्ति का भी कोई विचार सही हो सकता है ।
'मत' भेद कभी भी 'मन' भेद नहीं बनने चाहिए ।
☀ और यदि देश का सबसे पौराणिक संघठन एक होना चाह रहा है तो क्यों एक ना हो दोनों गुटो के नेता बैठ कर तय करे की उन्हें क्या करना है परन्तु युवाओ की आवाज के साथ शक्ति का प्रयोग समाज हित में हो परन्तु कुछ चाटुकार पद्त्ति के लोग नही चाहते की समाज एक हो उनकी मठाधिसि खत्म हो और समाज शक्ति शाली बने
ललित सक्सेना
जय कायस्थाना रॉयल कायस्थाना
प्रदेश प्रभारी राजस्थान अखिल भारतीय कायस्थ महासभा
इस ABKM विवाद के संदर्भ में हमें कुछ जबाब मिले उन्हें आप नीचे दिए लिंक पर पढ़ सकते है
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