
नव वर्ष (संवत्सर २०७३) की हार्दिक शुभकामनाये ,समय पिछले वर्ष के अवलोकन और आगे की राह पर चलने का है – आशु भटनागर
दोस्तों आज से नवसंवत्सर २०७३ शुरू हो रहा है I राजा विक्रमादित्य द्वारा शुरू किये गये इस हिन्दू पंचांग के तहत चैत्र मॉस के प्रथम दिन से ही नये साल का प्रारंभ माना जाता है I भारतीय संस्कृति में प्रकर्ति को पूजने की परम्परा रही है इसलिए ऋतू चक्रों के बदलाव के इस दौर में हम पहले नौ दिन को चैत्र नवरात्रे के तोर पर भी मनाते है I नवरात्रे में शक्ति की पुजा कायस्थ समाज के लिए अनिवार्य है क्योंकि माँ भगवती हमारी प्रतिष्ठा देवी के तोर पर जानी जाती हैं Iइसके बाद राम नवमी का त्यौहार आएगा I भगवान् राम के आदर्श हमेशा हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए मानक है I बड़ो का सम्मान , छोटो को प्यार जैसे मानक भगवान राम ने ही लोगो को सिखाये है और हमें उन्ही पर आगे बढ़ना है Iवस्तुत: नए वर्ष के साथ ही हम सबको बीते वर्ष में की गयी गलतियों से भी सीखने और आगे बढ़ने का दिन है I कायस्थ समाज के सामने सामाजिक और राजनैतिक तोर पर एक होने के चुनोतियाँ है I लक्ष्य कठिन है लेकिन समाज के कुछ लोगो ने इसका भार आगे बढ़ कर अपने कंधो पर ले लिया हैराज्य सभा सांसद आर के सिन्हा उनमे से एक है I पुरे देश में बिना किसी दिखावे या हिचक के सबके छोटे और बढ़े कार्यक्रम में पहुँच रहे है वो प्रशंसनीय है I पिछले वर्ष जून में नीरा शास्त्री के अनुरोध उनके द्वारा शुरू की गयी संगत और पंगत नामक पौधा अब विशाल पेड़ बनता नजर आ रहा है Iसंगत और पगंत के जरिये आर के सिन्हा ने समाज को संगठन और निहित स्वार्थो से इतर समाज सेवा का नया मन्त्र दिया है I उनका कहना हमेशा साफ़ रहा है संगठनो के स्वयम्भू संयोजक और अध्यक्ष बन्ने से बेहतर है समाज के लोगो के बीच जा कर बैठना उसके साथ बातें करना और साथ खाना I जब आप साथ बैठ कर खायेंगे तो आपस में प्रेम भी बढ़ेगा और कायस्थ समाज के तोर पर आपका प्रभाव भी दिखेगा Iआज हर महीने के आखरी रविवार को दिल्ली में उनके आवास पर संगत और पंगत हो रही है तो पटना में उनके आवास पर महीने के पहले रविवार को संगत और पंगत हो रही है , इसी तरह महीने का दूसरा रविवार लखनऊ संगत और पंगत के लिए सुरक्षित कर दिया गया है I देश के तीन प्रमुख राज्यों के बाद राजस्थान में भी कुलदीप माथुर ने संगत और पंगत को आयोजीत करने का भार ले लिया हैसिन्हा समाज के सक्षम और अक्षम लोगो को एक चेन में जोड़ने के इस अद्भुत प्रयास में दिन रात एक कर दिए है I इसी के लिए उन्होंने श्री आदि चित्रगुप्त बैंक की भी स्थापना की जिसमे उनके साथ नॉएडा के उधोगपति और प्रमुख समाज सेवी राजन श्रीवास्तव , दिल्ली से सी ऐ डी के सक्सेना और बिहार से प्रमुख उधोगपति और कायस्थ नेता रविनंदन सहाय ने प्रमुख योगदान दिया है I इस बैंक के जरिये आर के सिन्हा समाज के गरीब लोगो को ऋण उपलब्ध कराने की कोशिश में लगे हैं जिससे समाज के बेरोजगार युवक अपना रोजगार स्थापित कर सके I ३० करोर के आरंभिक पूंजी से शुरू होने वाले इस बैंक में सिन्हा और भी लोगो से जुड़ने की अपील कर रहे हैं ताकि ज्यदा से ज्यदा लोगो को खड़ा किया जा सकेइसके बाद समाज के ही एक शांत लेकिन दूरदर्शी व्यक्तित्व धीरेन्द्र श्रीवास्तव ने भी समाज के लोगो को लेकर सामहिक नेत्रत्व की अवधारणा को लेकर कायस्थ वृन्द शुरू किया है जिसके जरिये वो भी सामाजिक और राजनैतिक तोर पर समाज को कसने में लगे हैं , हालांकि सीमित साधन और पहुँच के चलते लोग उन्हें कितना सहयोग करेंगे ये अभी भविष्य में छिपा है और तभी इस पर कुछ कहा जा सकेगासामाजिक तोर पर सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय महासभा ने भी अब एक होने के संकेत देने शुरू कर दिए है I बीते दिनों कैलाश सारंग जी के स्वास्थ्य को लेकर अभाकाम के रास्ट्रीय महामंत्री विश्वविमोहन कुलश्रेष्ठ का उनसे बात करना और अपने प्रदेश कार्यकर्ता सम्मलेन में उनको आमंत्रित करने की पहल को नयी रौशनी में देखे जाने की ज़रूरत है I डा मुकेश श्रीवास्तव से मिली जानकारी के मुताबिक़ १७ अप्रैल को होने वाले इस महासम्मलेन में ॐ जी माथुर , आर के सिन्हा , जयंत सिन्हा , रविशंकर प्रसाद , पवन वर्मा , जैसे राजनीतक नामो ने स्वीकृति दी है I वही अभाकाम के लगभग सभी बड़े नेता भी इसमें भाग लेने आ रहे हैराजनैतिक तोर पर अगर किसी ने समाज के लोगो के दिल में जगह बनायी है तो निर्विवाद सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ उसमे बड़ा नाम होंगे I यूपी राजनीती में कायस्थ समाज की अपनी पार्टी और प्रत्याशी उतारने के प्रयास में वो लगे हैं और अभी तक उनके घोषित ५ प्रत्याशियों में से ४ कायस्थ को टिकट दे चुके हैं I सुरेन्द्र कहते है की पहली बार चुनावों में कायस्थ समाज के तोर पर उतरे जाने के बाबजूद वो जीत या हार से परेशान नहीं है I महत्वपूर्ण कायस्थ समाज की एकता को साबित करके दिखाना हैकायस्थ मीडिया के तोर पर कायस्थ खबर हमेशा की तरह समाज के हित में आपके साथ कदम से कदम मिला कर चलने को तैयार खड़ा है I संस्थागत और व्यक्तिगत हितो से इतर कायस्थ खबर सभी संगठनो और सकारात्मक लोगो के साथ है और गलत कर रहे लोगो की आलोचना भी करता रहेगा I आगामी सालो में कायस्थ खबर समाज के लिए कुछ नये वर्टिकल पर भी तैयारी कर रहा है जिनकी सुचना समय समय पर दी जायेगी I समाज को राजनैतिक , सामाजिक और व्यवसायिक तोर पर एक ताकतवर समूह में बदलना कायस्थ खबर का इस साल का लक्ष्य है जिसके लिए आवश्यक संभावनाओं की तलाश जारी रहेगीतो आज इस नए साल में हमें आगामी साल के लिए इन लोगो के साथ आगे चलने के लिए तैयार रहने का वक्त आ गया है I और आशा है कि कायस्थ समाज ऐसे ही लोगो के सहारे कुछ नयी इबारत लिखने में कामयाब रहेंगेआशु भटनागर
सम्पादक - कायस्थखबर.कॉम