कायस्थ खबर पड़ताल : बिना बड़े नेता के यूपी चुनावों में कायस्थ समाज के हालत : इधर कुआ उधर खाई
यूपी चुनाव २०१७ जैसे जैसे करीब आता जा रहा है वैसे वैसे ही कायस्थ समाज को लेकर अपना जताने के दावे खुले आम होने लगे है I कायस्थ समाज को जहाँ बीजेपी अपना बधुआ वोटर मान कर चैन की नींद सोती है तो दूसरी और सपा , बसपा जैसे दल उनको बीजेपी का वोटर कह कर किनारा कर लेते है I कांग्रेस का भले ही अपना कोई वजूद ना हो लेकिन वो भी कायस्थ समाज के नेताओं को दरकिनार ही रखती है I
लेकिन जब वोट लेने का समय आता है तब यही सब पार्टियाँ कायस्थ समाज को अपने अपने तरीके से खीचने के कुगत में लग जाती है I बीजेपी को कायस्थ जातिगत समीकरण में कहीं दीखते वो उन्हें हिन्दू वोटो के नाम पर ही पा लेना चाहती है और उसका असर हमें बीजेपी में कायस्थ नेताओं की उपेक्षा पर दीखता है I यही स्थिति कांग्रेस , सपा और बसपा में भी दिखाई देती है I
जहां कांग्रेस कायस्थ समाज के बड़े नेताओं को किनारे करके शीला दीक्षित जैसे भ्रष्टाचार के आरोपी को अपना चेहरा बना लेती है ताकि ब्राह्मण वोट खीचा जा सके तो सपा और बसपा में तो कायस्थों की स्थिति मजदूरो से भी बदतर है I वहां के कायस्थ नेता आपको अपने पार्टी के अध्यक्षों के नाम से ही डरे दिखाई देते है I जिसका नजारा हमने अभी हाल में ही देखा है जब बसपा से टिकट काटे जाने के बाबजूद कायस्थ प्रत्याशी ने कोई प्रतिरोध तक नहीं किया I
ऐसे में कुछ आधार शून्य लोगो ने कायस्थ पार्टियों के नाम पर अपनी दुकाने चमकाने का काम शुरू कर दिया है I ज़मीनी सच से दूर ये लोग आपको व्हाट्स अप्प और फेसबुक पर बड़ी बड़ी बातें करते मिल जायेंगे I इनके ऑडियो आपको मनोरंजन के काम तो आ जायेंगे लेकिन काम के नाम पर इनको ढूंढना मुश्किल होता है I १०००० और २०००० की भीड़ के दावे वाले ये लोग २०० लोग नहीं ज़मा कर पाते है और खुद को कायस्थ समाज के राजनैतिक दल के तोर पर घोषित करते है I
ऐसे लोगो को बढावा देने वाले लोगो में कुछ ऐसे स्वघोषित चिंतको भी लाइन लगी है जो खुद कभी किसी संगठन में साल भर नहीं टिक पाए और इधर उधार जुगाड़ से अपना आधार बनाने में लगे है I
ऐसे में कायस्थ समाज के लिए यूपी चुनावों में इधर कुआ उधर खाई वाली कहावत चरितार्थ होती है I आज कायस्थ समाज में सिर्फ एक नाम आर के सिन्हा का उभर कर आता है जिसको हम कायस्थ समाज का सर्वमान्य नेता कह सकते है जो कायस्थ समाज के लिए सामाजिक और राजनैतिक दोनों स्तर पर खुली लड़ाई लड़ रहे है I लेकिन क्या कायस्थ समाज उनको लेकर अपना भविष्य बनाना चाहता है या फिर चंद स्वघोषित शुभचिंतको और फस्बुकिये नेताओं के भ्रम में इस मौके को खो देने वाला है
कायस्थ खबर इन्ही सब मुद्दों को लेकर 31 जुलाई को नॉएडा में कायस्थ खबर परिचर्चा एवं संवाद का आयोजन कर रहा है जिसमे कायस्थ समाज के ज़मीनी नेताओं और फसबुकिये नेताओं की स्थिति पर गहन चर्चा की जायेगी I आप अपनी seet बुक करने के लिए हमें 9654531723 पर संपर्क कर सकते है