ललित सक्सेना से व्यक्तिगत विवाद में ललकार समूह के मालिक अनिल सक्सेना ने सामान्य आचरण की सभी सीमाए लांघी
ललित सक्सेना के इतिहास को लेकर अनिल सक्सेना का विवाद सामने सामने आना कोई नई बात नहीं है और ऐसे ही एक व्यक्तिगत विवाद को एक होटल व्यवसाई ने आज कल हवा दी हुए है I एक गुट के अधिकार को लेकर मची लोगो के आपसी विवाद में ललकार समूह के अनिल सक्सेना की व्यक्तिगत हताशा भी सामने आ गयी है I
ज़रूर पढ़े की अनिल सक्सेना की हताशा क्यूँ बाहार आयी
अनिल सक्सेना और ललित सक्सेना की व्यक्तिगत लड़ाई क्या है ये तो किसी को नहीं पता है लेकिन विगत १ साल से अनिल सक्सेना कायस्थ खबर को भी उसके खिलाफ लिखने के लिए बाध्य करने की असफल कोशिश करते रहते है I खुद के २ न्यूज़ पोर्टल और २ अखबार होने के बाबजूद ना लिख पाने वाले अनिल सक्सेना जब कायस्थ खबर को ललित सक्सेना के खिलाफ लिखने को कहते है तो उनकी हताशा चरम पर होती है
कोई भी मीडिया हाउस खबरे तथ्यों के आधार पर छपता है ना की किसी के व्यक्तिगत लड़ाई के आधार पर I लेकिन अनिल सक्सेना जो खुद को इमानदारी के मसीहा और समाज ही मान्न्ने लगे है कल इनकी ललित सक्सेना के खिलाफ छपी खबर की सच्चाई बताने पर कायस्थ खबर को ही बहिष्कार की धमकी दे दिये
रात को ११ बजकर २४ मिनट पर जज की कुर्सी पर बैठे अनिल सक्सेना ने कायस्थ खबर को अपने ग्रुप में शामिल किया और अपनी बौखलाहट में लगातार सवाल पूछ कर गायब हो गए I आशु भटनागर ने उनसे सवाल स्पस्ट करने को कहा तो ४० मिनट कह कर रिमोव कर दिया की इतना समय बहुत है
अब ललकार समूह के अनिल सक्सेना से कायस्थ खबर के सवाल
१) अनिल सक्सेना आप कौन होते है समाज का दावा करने वाले
२)ललित सक्सेना से अपनी व्यक्तिगत लड़ाई जिसे आप स्वीकार करते हो के लिए कायस्थ खबर को चैलेंज क्यूँ ? और अगर चैलेन्ज कर रहे हो तो चर्चा से भागते क्यूँ हो , क्या मैंदान से भागना आदत है आपकी ?
३) क्या तुम्हारे बहिष्कार जैसे शब्दों से तुम एक भी आदमी का हुक्का पानी बंद करवा सकते हो ?
४) या मीडिया मुग़ल होने का अहंकार इतना हो गया है की प्रतिद्वंदी सफल मीडिया को ऐसे गिरी हुई हरकतों से रोकना चाहते हो
५) क्या कायस्थ खबर आपके घर में जबरदस्ती घुस जाता है , न्यूज़ पोर्टल है अगर नहीं पसंद तो मत पढ़ो , आपके देखने या ना देखने से कायस्थ खबर को कोई फर्क नहीं पड़ता
५) कायस्थ खबर को विज्ञापन मिलता है लोग देते है , अगर आपके ललकार समूह को नहीं मिल पा रहा तो जलो मत, अपने विज्ञापन के प्रयास तेज करो , मीडिया मार्केटिंग के लिए लोग रखो , चंदे से अखबार नहीं चलते
६) कायस्थ खबर फिर से नवरात्रों और दिवाली की शुभ कामना सन्देश और विज्ञापन देने की अपील अपने प्रबुद्ध पाठको और शुभ चिंतको से करता है I इस बार अनिल सक्सेना और उनकी लाबी को ये दिखाना है की कायस्थ खबर को चाहने वालो को ऐसे लोगो का कोई फर्क नहीं पड़ता , विज्ञापन देने के लिए आप लोग 9654531723 हमें पर संपर्क कर सकते है
और आखिर में अनिल सक्सेना के लिए एक सन्देश , कायस्थ खबर ना अनिल सक्सेना जैसे लोगो के रोकने से रुका है ना ही रुकेगा I ये बहिष्कार जैसी धमकियाँ दे कर अनिल सक्सेना अपना ही मान गिरा रहे है