कायस्थ खबर डेस्क I अक्सर एक कहावत कहीं जाती है की कायस्थों से झगडा मत करो नहीं तो वो आपको बिना हथियार के ही ऐसा घायल करेंगे की आप नुक्सान उठा लेंगे I इस
कहानी को कुछ साल पहले चीफ जस्टिस काटजू भी अपनी सोशल मीडिया पर लिख चुके थे I इधर सोनू निगम के सुबह सुबह अजान को लेकर उठे विवाद में किसी मौलवी के फतवे के खिलाफ आगे बढ़ कर अपना सर खुद मुंडवाने को लेकर पूरा खेल ही पलट गया है I तमाम लोग अब उस मौलवी के फतवे पर हंस रहे है और सोनू की हाजिर जबाबी की दाद दे रहे है I
लेकिन हमेशा की तरह सोनू निगम के पक्ष में खड़े होने के लिए कायस्थ संगठनों की उदासीनता देखने लायक रही I बड़े बड़े अन्तराष्ट्रीय प्रभाव और १०० सालोके इतिहास वाले संगठन और उनके स्वमूर्तधन्य काबिल नेता इस पर या तो बचते दिखे या फिर अपने ही घर के झगड़ो में बातें करते मिले I आवाज़ उठी भी तो मात्र एक नए युवा संगठन कायस्थ युवान के राष्ट्रीय संयोजक स्वप्निल श्रीवास्तव या फिर सोशल मीडिया पर संगठनों और सोशल मीडिया समूहों के नेतृत्व करता धीरेन्द्र श्रीवास्तव की I इनके अलावा लोग सोशल मीडिया पर अपने अपने हिसाब से अकेले ही सोनू निगम पक्ष में दिखे I
लेकिन बड़ी बड़ी देश विदेश में सेना बनाने वाले लोग, राजनैतिक दलों को दिशा देने की बातें करने वाले और समाज सेवा और गरीब /मजबूर कायस्थों की मदद करने वाले लोग सोनू निगम के खिलाफ आये फतवे पर ऐसे शांत बैठ गए जैसे उन्हें कुछ पता ही नहीं I हालाँकि सोशल मीडिया पर शेर बने इन वीरो की आपसी लड़ाइयाँ अनवरत चालु रही लेकिन कायस्थ यूथ आइकॉन के परेशानी में फसने पर सब गायब दिखे I
शायद ये इनकी मज़बूरी रही या फिर इनके साथ ज़मीनी हकीकत में लोगो की कमी का कारण ही हो लेकिन समाज ने एक बार फिर देखा की अगर आप किसी मुसीबत में हो तो कायस्थ समाज के बड़े बड़े संगठन आपके साथ खड़े होना तो दूर आपके लिए सोशल मीडिया में २ लाइन का हैशटैग भी नहीं चल सकते है I
समय आ गया है जब कायस्थ समाज को ऐसे सभी संगठन और उनके स्वघोषित नेताओं को एक बार फिर से पूछना पड़ेगा कि -
-
कब तक सिर्फ किसी से सुपारी लेकर अपनों के ही खिलाफ हंगामे करने का खेल खेलोगे ?
-
कब तुम्हारे अंदर की आग अपने समाज के लोगो की तरफ उठने वाली आवाज़ को खामोश करने के काम आयेगी ?
-
कब आप समाज को ये यकीन दिला पायोगे की आप समाज के लोगो के लिए हो ना की उनके ही खिलाफ ?
आप की राय
आप की राय
Hii
Nigam bhai akele nahi h .bharat ka har ek chitarnsh unke sath h .kayasth jb akela hota h ti or jada taktbar hota h .aapne vivekanand ji ka nam suna hoga jinhone pura ameria ko hila kr rkh diya tha tb wo akele kayasth the .
Koi bhi chitarnsh akela nahi h .
Har chitarnsh sher h bs jgane ki der h.
Jay chitarnsh.