प्रिय बंधुओ,
जय चित्रांश
आज फिर सुबह से तीन बार अलग अलग तरीके से मुझे कुछ संस्थाओं के लोगो को खबर और एजेंडे का फर्क समझाना पड़ रहा है I ये जानकार अच्छा लगता है की आप सभी लोगो का कायस्थ खबर पर विशवास दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है और यही विशवास के चलते आप लोग लगातार कायस्थ खबर की आलोचना और तारीफ दोनों ही करने में आगे रहते हो, जो हमें अच्छा भी लगता है और इसी लिए हम कहते है भी
चाहे आप कायस्थ खबर को पसंद करें या नापंसद करें मगर इग्नोर नहीं कर सकते
दोस्तों ये सच है की कायस्थखबर को कायस्थ समाज की समस्याए , एजेंडे , अचीवमेंट को वर्ल्डवाइड पहुंचाने के एक डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म की बनाया गया है I और
आप सब लोगो के लाखो मासिक व्यूअर शिप के साथ हम बाकी न्यूज़ पोर्टलस के मुकाबले बहुत आगे है
या यु कहिये की नम्बर १ है I
इस प्लेटफार्म को चलाने में बहुत सारे खर्च आते है जिसको पूरा करने के लिए हम कायस्थ व्यापारियों , नेताओं से विज्ञापन आमंत्रित करते है और इसे पढ़ने वालो से वार्षिक सब्सक्रिप्शन I
अब आते है आप सब की समस्याओं पर, आप में से अधिकाँश लोग अपने व्यापार , संगठन का प्रचार तो कायस्थ खबर से चाहते है लेकिन जैसे ही विज्ञापन की बात आती है आपका संगठन और व्यापार विज्ञापन में विश्वाश ना करने की दलीले देने लगता है , आपको लगता है की हम विज्ञापन क्यूँ दें I तो आप लोग एक बात बताइये
आप एक अखबार पढ़ते हैं तो उसे खरीदकर पढ़ते है ?
आप अखबार में अपना प्रचार चाहते है तो उसमे विज्ञापन देते है ?
बदले में वो अखवार आपको कहाँ तक पहुंचाता है , सिर्फ आपके शहर तक , लेकिन जब कायस्थखबर आपको उसकी चौथाई से भी कम कीमत में पुरे विश्व के कायस्थ के बीच लाकर खड़ा करता है तो आप नैतिकिता जताने लगते है की समाजसेवा से पैसे क्यूँ ?
तो अब आपसे एक सवाल ...
क्या आपकी नेतागिरी, व्यापार और सामाजिक संगठनों का मुफ्त में प्रचार करना कायस्थ खबर की कोई नैतिक ज़िम्मेदारी है ?
यदि नहीं तो आप बिना शुल्क दिए अपने प्रचार की उम्मीद क्यूँ करते है ?
बंधुओ कायस्थखबर को आगे भी आप ही बढ़ा सकते है और इस प्लेटफार्म का अपने हित उपयोग भी आप ही कर सकते है I एक बात याद रखिये बाज़ार में कोई भी चीज मुफ्त नहीं होती और समाज के तोर पर भी यदि आप चाहते है की सामाजिक लड़ाइयाँ लड़ी जाए तो उसमे भी पैसा खर्च होता है जिसके लिए आप लोग डोनेशन लेते है (मैं फेसबुक और व्हाट्सआप पर चलनी वाले कागज़ी संगठनों की बात नहीं कर रहा हूँ ) जिसको इसी लिए लेते है की सामाजिक कार्यो पर खर्च कर सके तो उन कार्यो के प्रचार आपको मुफ्त क्यूँ चाहए ?
कुछ लोगो के लगातार फोन आ रहे है की आप मेट्रीमोनियल और जॉब साईट बनाइये , तो हम आप सब से एक बार फिर निवेदन करते है की कायस्थ खबर को न्यूज़ पोर्टल ही बने रहने दें , हमारे ही समाज के कई लोग मेट्रीमोनियल साईट चलते है जो कायस्थों केलिए ही बनी है I ऐसे ही कुछ लोग व्यवसायिक रूप से जॉब कंसल्टेंट का भी कार्य करते है , (उनके नाम नहीं दे रहा हूँ क्योंकि उन्होने भी विज्ञापन के लिए नहीं कहा है 🙂 ) और हम चाहते है की कायस्थों को मुफ्त में सब कुछ पा लेने की चाह छोड़ कर कीमत दे कर सुविधाए हासिल करने की आदत डालनी चाहए I याद रखिये सब्सडी या मुफखोरी पर सरकारे फेल हो गयी , समाज क्या है
इसलिए आज एक बार फिर से आपसे निवेदन कर रहा हूँ , कायस्थ खबर खबरे हमेशा बिना किसी कीमत के ही छापेगा लेकिन आपको अपना प्रचार चाहए तो उसके विज्ञापन मुफ्त में नहीं चलेंगे I
आप सबके विचार नीचे कमेन्ट बाक्स में आमंत्रित है
धन्यवाद
आशु भटनागर
प्रबंध सम्पादक
कायस्थखबर.काम
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