फिर हार गया एक कायस्थ युवा, इनजीयारिंग के छात्र ने की ख़ुदकुशी
कायस्थ खबर डेस्क I माँ बाप कितने ही अरमानो से अपने बच्चो को अपने दिल से दूर पढ़ने लिखने के लिए भेजते है I लेकिन जब वहीं बेटा पदाई का बोझ ना उठा पाने के चलते आत्महत्या जैसा कदम उठा ले तो उन माँ बाप पर क्या गुजरती है Iग्रेटर नोएडा स्थित नोएडा इंटरनेशनल विश्वविद्यालय का छात्र बिहार निवासी गौरव वर्मा पुत्र दिल रंजन कुमार वर्मा अल्फा- 1 स्थित एक पीजी में रह रहा था। उसने पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली. मृतक छात्र काफी समय से पीजी में रह रहा था। और मरने से पहले उसने एक सुसाइड नोट लिखा – मैं एक अच्छा बेटा नहीं बन पाया. आप लोग मुझे माफ कर देना. मैं अपनी मौत का स्वयं जिम्मेदार हूं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से उतारकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता कर रही है कि छात्र ने किस कारण से आत्महत्या की है। इसका कारण क्या है छात्र के दोस्त और परिजनों से भी बात की जा रही है। कासना कोतवाली प्रभारी रामपाल सिंह ने बताया कि छात्र ने पंखे से लटक कर आत्महत्या की है। उसने एक सुसाइड नोट भी लिख कर गया है।गौतम बुध नगर कायस्थ महासभा से जुडी समाजसेवी एवं मनोचिक्त्सक डा रेनू वर्मा के अनुसार ये एक गंभीर समस्या है I बड़े शहरो में रहने आये बच्चे घर की स्थिति और शहरी चकाचौंध के बीच दबाब को सहन नहीं कर पाते है I ऐसे में स्कुलो में बच्चो को ऐसे दवाबो से मुक्त करने के लिए जल्द ही अभियान चलाए जाने की ज़रूरत है