अतुल श्रीवास्तव । केपी ट्रस्ट के वोटर की मन की बात में हम लोग विभिन्न जनपद के न्यासियों से बात चीत करते है, उसी क्रम में हमने प्रतापगढ़ के न्यासियों से बातचीत की। प्रतापगढ़ में पिछले चुनाव में लगभग 800वोटर थे। कुछ न्यासियों का कोरोना महामारी में निधन हो गया । इसके साथ ही इस बार वहा से कुछ नए वोटर बनाए भी गए है ।
प्रतापगढ़ के लोगो से प्रमुख चुनावी मुद्दे पूछने पर उन्होंने कहा जो अध्यक्ष बनता है वो अपना घर भरता है न्यासियों के विषय में कोई कुछ नही सोचता है । आज तक ट्रस्ट की इतनी जमीन होने के बाद बाहर से आने वाले न्यासियों के लिए एक धर्मशाला तो बन नही सकी है तो और क्या आशा करे । बीते 5 साल में वर्तमान अध्यक्ष के समर्थक दावा करते हैं कि ट्रस्ट द्वारा छात्रवृत्ति और पेंशन दी जा रही है मगर उनकी संख्या कितनी है और क्या और कितने लाभार्थियों को दी जा रही है इसका उत्तर कोई नहीं देता । और ना ही ये आंकड़ा सार्वजनिक तौर पर ट्रस्ट द्वारा कहीं सार्वजनिक की गई है । प्रयागराज में ही ट्रस्ट सिवाय मुकदमे और आरोप प्रत्यारोप के कुछ नहीं कर पाई तो अन्य जनपद के न्यासियों के लिए क्या करेगी ।
ट्रस्ट की जमीन पर बनी मस्जिद से नाराज है कायस्थ, एक परिवार की दबंगई सिर्फ कायस्थों को ही धमकाने तक
प्रतापगढ़ के कायस्थ ट्रस्ट की जमीन पर मस्जिद बनाए जाने पर काफी नाराज दिखे । लोगो ने स्पष्ट कहा कि कायस्थ समाज पर दबंगई दिखाने वाले परिवार का ट्रस्ट के अध्यक्ष होने के बावजूद वो आज तक मस्जिद को हटाने के लिए कुछ न कर पाए है । इनके समर्थक सोशल मीडिया पर कायस्थ समाज के लोगो को धमकाने के सिवा करते क्या है ? क्या ताकत सिर्फ कायस्थों को हो दिखाने की है ? और क्यों ये मुस्लिम कट्टरपंथियों के सामने घुटने टेक देते है ।
वही कुछ न्यासियों ने सोशल मीडिया पर आए रतन खरे के साथ हुए मुद्दे को उठाया और इसे गलत करार दिया कि एक न्यासी के साथ ऐसा बर्ताव बिलकुल उचित नही था जिससे उनमें रोष दिखा । कई लोग काफी निराश दिखे कि कायस्थ समाज की शिक्षा के लिए बने मंदिर में ये सब हो रहा है ।
सोशल मीडिया पर बेकाबू प्रत्याशियों के समर्थक, कोई गुंडागर्दी तो कोई फैला रहा भ्रम
सोशल मीडिया पर इस बार इलेक्शन प्रचार और तू तू में में पर उन्होंने कहा चौधरी राघवेंद्र सिंह के कुछ समर्थक अपने गंदे व्यवहार के कारण उनके विरोधियों की संख्या में इजाफा कर रहे है, जिससे न्यासियों और आम कायस्थ में उनकी छवि को काफी नुकसान हो रहा है । यदि इसे नही रोका गया तो इसका असर चुनाव परिणाम पर भी दिखेगा ।
वही अघोषित तौर पर सुशील सिन्हा के प्रचार के लिए चलाए जा रहे एक सोशल मीडिया अकाउंट को भी लोग पसंद नही कर रहे है । इसने कायस्थ शिरोमणि मुंशी काली प्रसाद और लाल बहादुर शास्त्री के काल्पनिक फोटो बनाए है जो वास्तविकता से बिलकुल अलग थे । कायस्थ की आवाज अगर कायस्थ के बारे में ही भ्रम फैलाएगा तो समाज का ही नुकसान करेगा ।
चुनाव से पहले 5 दिसंबर को एबीकेएम का बड़ा सम्मेलन,वर्तमान अध्यक्ष बनेंगे मुख्य अथिति
प्रतापगढ़ में में मन की बात के लिए चर्चा के दौरान ये जानकारी भी महत्वपूर्ण है कि वहा अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से 5 दिसंबर को एक बड़ा कायस्थ सम्मेलन हो रहा है जहा पर केपी ट्रस्ट के वर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र नाथ सिंह आमंत्रित है । जिसको लेकर माना जा रहा है कि चुनाव से पहले एबीकेएम के बहाने मतदाताओं को प्रभावित किया जाएगा ।
यधापि कार्यक्रम आयोजको ने कायस्थ खबर से विशेष बातचीत में बताया कि ये एक विशुद्ध रूप से कायस्थ सम्मेलन है इसका केपी ट्रस्ट के इलेक्शन से कोई लेना देना नही है। इसमें चौधरी जितेंद्र नाथ को सिर्फ इसलिए बुलाया गया है कि वो एबीकेएम के भी वर्तमान अध्यक्ष है और एशिया की कायस्थों की सबसे बड़ी ट्रस्ट के वर्तमान अध्यक्ष भी है । इसी लिए उनको आमंत्रित किया गया है और अन्य किसी प्रत्याशी को आमंत्रित नही किया गया है जिससे आयोजन विवादो में न आए ।
उन्होंने स्वीकार किया कि उन पर विभिन्न प्रत्याशियों को आमंत्रित करने के लिए दवाब बनाया गया किंतु उन्होंने यह कह कर मना कर दिया कि मंच को राजनीतिक रंग नही दे सकते है,। उनसे जब पूछने पर कि चौधरी जी के आने पर यदि राजनीतिक प्रचार हुआ तो वो क्या करेगे उनका कहना था कि ये पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि ऐसा न किया जाय और अगर उसके बाद भी ऐसा हुआ तो इस आयोजन में दोनो प्रमुख प्रत्याशियों के समर्थक है और उनके सहयोग से ही आयोजन हो रहा है ट्रस्ट या किसी बाहरी व्यक्ति या किसी भी प्रत्याशी से कोई सहयोग नही लिया गया है इसे प्रतापगढ के कायस्थ ही मिलकर आयोजित कर रहे है,तो उनको भी ढेरो सवाल जवाब का सामना करना पड़ सकता है।जो कि वो स्वयं नही चाहेंगे।
प्रतापगढ़ के बाद हम जल्द ही हाजिर होंगे के पी ट्रस्ट के वोटर की मन की बात के अगले एपिसोड में किन्ही अन्य जनपदों के वोटर के मन की बात के साथ ,अगर आप भी अपने मन की बात को कहना चाहते है तो नीचे दिए गए हमारे व्हाट्स एप और ईमेल एड्रेस kpTrustelection@kayasthkhabar.com पर मेल करके अपने मन की बात बता सकते है आपका नाम बिलकुल गुप्त रखा जाएगा।