ज़रूर पढ़े : कायस्थ शिरोमणि आर के सिन्हा पर हुए हमले के मायने, हमले के बहाने!!! सोशल मीडिया पर आक्रोश, विरोध और सेलिब्रेशन के बीच एक बार फिर से कायस्थवाद और हमलावाद को समझने की ज़रूरत हैकायस्थ खबर से बात चीत में रीबू ने इसे पार्टी हाईकमान के निर्णय को सर्वोपरि मानते हुए उसे मानने की बात कही है लेकिन सूत्रों की माने तो बनारस कैंट में पिछले 3 सालो से लगातार ज़मीनी कार्यो से जनता से जुडी रही रीबू का इस तरह हटना जनता को रास नहीं आ रहा है I उनके साथ रहे मुस्लिम , कुर्मी , कुशवाहा और कायस्थ वोटो का एक बड़ा हिस्सा अब बीजेपी और बसपा में शिफ्ट होने के कयास लगाए जा रहे है दरअसल इस पुरे प्रकरण जहाँ अनिल श्रीवास्तव प्रत्याशी के तोर पर अपनी बाजी खेलने में सफल रहे है तो रिबू श्रीवास्तव के चलते बनारस कैंट सीट पर लड़ाई से लगभग बाहर हो चुके सौरभ श्रीवास्तव अब लड़ाई में फिर से सामने आ गए है I सौरभ को कायस्थ वोटो के बटने से जो नुक्सान होने जा रहा था उसकी संभावना अब ख़तम हो गयी है I देखा जाए तो अखिलेश यादव ने रीबू श्रीवास्तव की नहीं अपनी पार्टी और कैडर की स्थिति इस सीट पर दयनीय कर दी है ऐसे में बनारस कैंट पर एक बार फिर से सबकी निगाहें बनी रहेगी I
आखिलेश यादव के दबाब में रीबू श्रीवास्तव ने अपना नामांकन लिया वापस, बीजेपी से सौरभ श्रीवास्तव की जीत पक्की
कायस्थ खबर ब्यूरो I इसे गठबंधन की सियासत का दबाब कहे या राजनैतिक मज़बूरी लेकिन अखिलेश यादव के दबाब में बनारस कैंट से कायस्थ प्रत्याशी रीबू श्रीवास्तव ने जबरदस्त समर्थन के साथ किये अपने नामांकन को वापस ले लिया है I उनके स्थान पर अब अनिल श्रीवास्तव ही समाज वादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी के तोर पर उम्मीदवार होंगे I