देश ने कायस्थ समाज के लिए सर्वमान्य सन्गठन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्ररीय संयोजक के रूप में मुझे गर्व है। और हमारा सन्गठन बिना किसी कन्फ्यूजन के हमेशा बड़ी लाइन खिंचने में समर्थ है बिधिक सन्गठन के लिस्ट में।आज भी abkm के पास सबसे अधिक सगठंन की शक्ति है। चाहे 2,3 गुट बेशक हो जाए। हम राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के सभी पदाधिकारियो को नए संगठन आइकॉन शुरू करने के लिये बधाई देते है लेकिन यह केवल सामान्य रूप से जैसे और सामाजिक संगठन के रुप में शुरू किये गए सन्गठन के रूप में ही। मैं सर्च कमिटी के अध्यक्ष ओपी माथुर जी या कुमार संभव जी को आइकॉन के अध्यक्ष के रूप में प्रस्तवित करता हूँ। चूँकि राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद में कुछ विवाद के कारण ही ये आइकन संस्था का जन्म हुआ है।इसलिए इसे नये संगठन के रूप में ही मान्यता दी जा सकती है।ज़रूर पढ़े : आइकन” के बहाने क्या किसी नए खेल की शुरुआत कर रहे है समाज की नेतागिरी में हाशिये पर गए लोग – आशु भटनागर
आईकान विवाद : राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद में कुछ विवाद के कारण ही ये आइकन संस्था का जन्म हुआ है – मनीष श्रीवास्तव
आइकन (अखिल भारतीय कायस्थ कांफ्रेंस) के गठन के साथ ही इसकी प्रस्तावना में राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के सदस्यों द्वारा जिस तरह से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा को निशाना बनाया गया है I उसका जबाब अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय संजोजक मनीष श्रीवास्तव ने दिया है I कायस्थ खबर दोनों पक्षों का सम्मान करता है I इस विवाद पर सभी पक्ष अपने जबाब हमें kayasthakhabar@gmail.com पर मेल कर सकते है जानिये मनीष श्रीवास्तव ने क्या कहा
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा देश की सबसे पुरानी और सर्वमान्य संस्था है।
यह सही है कि इसका मामंला इलाहाबाद हाई कोर्ट में फाईनल आर्डर पर है और इस समय हमें कोर्ट का स्टेस्ट को आर्डर प्राप्त है। इसका मतलब यह है कि हम निवर्तमान रूप से है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एके श्रीवास्तव जी एवम राष्ट्रीय महामंत्री डॉ शरत सक्सेना जी के नेतृत्व में अखिल भारतीय कायस्थ एक मजबूत संगठन के रूप में अपना कार्य कर रहा है। यह संगठन देश का सर्वमान्य संगठन है।
अब ऐसे में राष्ट्र्रीय कायस्थ महापरिषद जो खुद में कुछ गुट में बिभाजित है और उसकी मान्यता नहीं के बराबर है के द्वारा नया संगठन खड़ा करना एक तरह ऐसे सामान्य रूप से नया सन्गठन के रूप से कार्य जैसा है। हम इस नए संगठन का सामान्य रूप से स्वागत करते है।