कानाफूसी : एक नारी-दुखिया बेचारी, समाज सेवियों की समझ भी हारी : जानिये सोशल मीडिया पर जोड़ तोड़ का अनोखा खेल
कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थसमाज में समाजसेवियों की नेतागिरी सोशल मीडिया तक ही सिमट कर रह गयी है I एक नारी-दुखिया बेचारी, समाज सेवियों की समझ भी हारी ऐसे ही आज कल खूब चर्चे है I हालत है ये की एक महिला नेत्री के सहयोगियों को आजकल खुद ये ही नहीं समझ आ रहा की वो किसके साथ है और किसके खिलाफ I
तो बंधुओ किस्सा ये है की एक बड़े कायस्थ लोकप्रिय नेता से नाराज इन नेत्री ने अपने कुछ युवा साथियो को उनको टार्गेट करने के निर्देश दे दिए और उनके निर्देश पर ये ४-५ समाज सेवी इस लोकप्रिय नेता को विभिन्न तरीको से टार्गेट करने लगे I इसी बीच नेत्री खुद भी किसी एक संगठन की पदाधिकारी बनी और अपने साथ कुछ और लोगो को भी उस संगठन के लिए जोड़ लिया I हालांकि उनका लोकप्रिय नेता के विचारधारा को छोड़ने का कोई बयान नहीं आया लेकिन इसको लेकर सोशल मंदी पर नए कयास लगाए जाने लगे I
उधर लोकप्रिय नेता को टार्गेट करते करते एक दुसरे ग्रुप में किसी ने एक समाज सेवी को निकाल दिया जिस पर इस समाज सेवी ने लोकप्रिय नेता को ही महिला नेत्री के ग्रुप से निकाल दिया I बात इतनी आगे बढ़ी की लोक्रप्रिय नेता और महिला नेत्री में बीच हुए संवाद में नेता ने ऐसे सभी लोगो को उनके ग्रुप से निकालने के संकेत दिए I
लोगो से मिली जानकारी के अनुसार उसके बाद लोकप्रिय नेता के एक साथी एडमिन ने महिला नेत्री के व्हाट्स अप्प ग्रुप से सभी एड्मिनो को निकाल दिया और साधारण सदस्य के तोर पर शामिल कर दिया I इसी बीच महिला नेत्री ने उसी नाम से एक नया व्हाट्स अप्प ग्रुप बनाकर सभी लोगो को शामिल करना शुरू किया जिसको उनके गाजियाबाद के ही एक साथी ने मना करने बंद करवाया I इधर महिला नेत्री ने अपने साथियो से लोक्रिय नेता पर उनके ग्रुप को लेकर तमाम बातें कहीं I लेकिन खेल तब पलट गया जब लोकप्रिय नेता ने महिला नेत्री से हुई बातो का खुलासा सोशल मीडिया पर एक पूरी पोस्ट बना कर कर दिया I
इस खुलासे के बाद तो जैसे महिला नेत्री के साथियो के पैरो तले ज़मीन ही निकल गयी सब उनसे सवाल पूछने लगे की अगर उन्हें सब पता था तो फिर बाकी का खेल क्यूँ किया गया I जिसके बाद हुई लम्बी बहस के बाद कल रात इन साथियो ने महिला नेत्री के ग्रुप को छोड़ दिया I इसके बाद तो महिला नेत्री ने लोक्रप्रिय नेता ओर उनके साथियो को ही ग्रुप से निकाल दिया और घोषणा की की उनका ग्रुप का लोकप्रिय नेता से कोई सम्बन्ध नहीं है और वो आगे किसी को जबाब भी नहीं देंगी I
इधर इस पुरे खेल में महिला नेत्री के कहने पर लोक्रप्रिय नेता को टार्गेट करने वाले परेशान है की उन्होंने किसके बातों में आकर लोगो से अपने सम्बन्ध ख़राब कर लिए वहीं महिला नेत्री अपनी आदत के अनुसार अब इन साथियो पर भी इलज़ाम लगा रही है I लोकप्रिय नेता का तो और भी बुरा हाल है उन्हें समझ नहीं आ रहा की २ साल से वो जिस नेत्री को आगे बढ़ा रहे थे वो उनके साथ ऐसा कर सकती है
उधर महिला नेत्री को हाल में ही अपने संगठन में शामिल करने वाले नेता भी परेशान है कि इन्हें शामिल तो कर लिया अब ये आगे किस दिन क्या कर देंगी कौन जाने तो वो भी बस अपने आने वाले कार्यक्रम तक सब कुछ शान्ति से निबट जाने की खैर मना रहे है I
बहराल जो भी कायस्थों की राजनीती आज तक इन छोटे छोटे खेलो से ही आगे नहीं बरही है इसीलिए आज तक समाज के संगठन कहीं भी कोई दावेदारी साबित नहीं कर पाते है
कानाफूसी समाज में हो रही घटनाओं पर एक व्यंग मात्र है और विभिन्न लोगो से मिली जानकारी पर आधारित होता है , इसी लिए इसमें किसी की भी पहचान सार्वजनिक नहीं की जाती है I