कायस्थ खबर परिचर्चा एवं संवाद : राजनीती , शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर हुए कायस्थ गंभीर, यूपी चुनावों पर वोटो की बारगेनिंग पर जोर
कायस्थ खबर परिचर्चा एवं संवाद ने एक बार फिर से कायस्थ समाज के नेताओ , समाज सेवियों को एक मंच पर लाकर कायस्थों के लिए एक पूरा दिन समर्पित किया I अपने तरीके के इस अनूठे कार्यक्रम में राजनीती , समाज सेवा और व्यापार जगत से लोगो से ने हिस्सा लिया और अपनी बातें रक्खी I
कार्यक्रम में भगवान् चित्रगुप्त के महत्त्व और उनकी पूजा करने की विधि को बताने के लिए डा अरविन्द मधुकर को लखनऊ से टेली कानफ्रेंसींग के जरिये लाइव किया गया , जिसमे उन्होंने समाज के सामने भगवान् चित्रगुप्त के बारे गूढ़ जानकारियाँ दी I गौरतलब है की कायस्थ पुरोहित के नाम से प्रसिद डा अरविन्द मधुकर का ३ दिन पहले ही एक्सीडेंट हो गया था जिसके कारण वो नॉएडा नहीं आ पाये थे I
समाज में संगठनो की राजनीती , आपसी मतभेद को लेकर एक बड़ी चर्चा के दौरान ऐसे संगठनो को एक करने की कोशिश में लगे लोगो को आमंत्रित किया जिसमे पैनेल में शामिल इलाहबाद के धीरेन्द्र श्रीवास्तव और गाजियाबाद के अशोक श्रीवास्तव और कायस्थ वृंद के सह समन्यवयक दीपक श्रीवास्तव से उनके द्वारा किये गए प्रयासों पर सवाल पूछे गए I चर्चा में भाग लेते हुए सभी वक्ताओं ने माना की समस्या अधिक कायस्थ संगठन होना नहीं है I लेकिन उनको एक किया जा सकता है I लेकिन उनको विभिन्न मुद्दों पर एक साथ लाया जा सकता है I गाज़ियाबाद के अशोक श्रीवास्तव ने बताया की वो इस समय सिर्फ गाजियाबाद की १२ सभाओं को सामाजिक कार्य हेतु एक कर रहे है , जिसका परिणाम गाजियाबाद में 9 अगस्त को दिखेगा I चर्चा में धीरेन्द्र श्रीवास्तव ने माना की कायस्थ वृंद के तहत संगठनो को राष्ट्रीय स्तर पर एक करने की कोशिश में पिछले दिनों हुए विवाद से उनकी मुहीम को धक्का लगा है , लेकिन वो इसके कारण रुकने वाले नहीं है I
शिक्षा और वयापार को लेकर हुई चर्चा में महर्षि सुचना प्रोधोगिकी विश्वविधालय के कुलोधपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कायस्थों के शिक्षा के नए आयोमो पर जोर दिया उन्होंने जोर दे कर कहा की कायस्थ समाज को अब एन्तेर्प्रेनुरशिप जैसे फील्स में ध्यान देना चाह्यी क्योंकि सरकारी नौकरी अब उतनी नहीं है और आजके बदलते दौर में उससे आप समाज में आगे भी नहीं बढ़ सकते है I इसी चर्चा में शामिल प्रसिद समाज सेवी और उधोगपति राजन श्रीवास्तव ने कहा की अब वक्त आ गया है जब कायस्थों को रोजगार मांगने की जगह रोजगार देने वाला बन्ने की ज़रूरत है क्योंकि नौकरीपेशा रहते हुए आप राजनीती या सामाजिक कार्यो में उतनी शिद्दत से आगे नहीं आ पाता है I आज के बदलते दौर में हमें व्यवसायिक शिक्षा पर जोर देने की ज़रूरत है I कार्यक्रम में आये अनिल कुमार के कायस्थों के लिए आरक्षण को लेकर उठाये गए सवाल पर सभी वक्ता एक मत दिखे की आरक्षण सरकारी नौकरी में मिलता है , और कायस्थ हमेशा अपना रास्ता खुद बना लेते हैं कायस्थों पर जब सरकारी नौकरी आरक्षण के चलते कम हुई तो उन्होंने प्राइवेट नौकरी में अपना झंडा गाड़ दिया I ऐसे ही अब हमें व्यपार या रोजगार परक शिक्षा के जरिये अपने समाज को जाग्रत करना होगा I महर्षि सुचना प्रोधोगिकी विश्वविधालय के कुलाधपति अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में घोषणा करते हुए कहा की अगले साल से उनका विश्विधालय एन्टरप्रिनुर शिप जैसे फील्ड्स को लेकर नए कोर्स लेकर आयेगा जिसमे समाज को लाभ मिल सके I इसी क्रम में फरीदाबाद से आये रीयल एस्टेट कारोबारी प्रमोद श्रीवास्तव ने अपना उदाहरण देकर बताया की कई बार कायस्थ युवा व्यापार को छोटा काम मान कर नहीं करते है और नौकरी के लिए ही प्रयास करने में लगे रहते है ना मिलने के फलस्वरूप हताश हो जाते है I उन्होंने खुद नौकरी ना मिलने की दशा में प्रॉपर्टी डीलिंग (जिसे १५ साल पहले बहुत बुरा काम समझा जाता था ) से शुरआत की और आगे चल कर अपना व्यपार स्थापित किया I इसका समर्थन करते हुए राजन श्रीवास्तव ने भी लोगो को किसी भी व्यपार को छोटा ना समझने की बात कही उन्होंने अपना उदहारण देकर कहा की संघेर्ष के शुरूआती दिनों सामान भी ढोया है I
कायस्थ समाज में मेडिकल हेल्थ और हेल्प को लेकर हुई परिचर्चा में पटना से आये जद यु प्रवक्ता और चिकित्सक डा अजय आलोक और डा रेनू वर्मा ने अपनी बात रक्खी I डा अजय आलोक गरीब कायस्थों के लिए बीपीएल कार्ड जैसी सुविधाओं को दिलवाने की बात कही , उन्होंने कहा की बिहार में लाखो कायस्थों को इसका लाभ दिलवाया है I डा रेनू वर्मा ने संगत पंगत के जरिये पुरे देश में गरीब कायस्थों की मदद की जानकारी दी जिसमे उन्होंने हाल ही में २ दिन के बच्चे की हार्ट सर्जरी के बारे में बताया की कैसे उन्होंने उसके लिये पैसे जमा किये और उसका इलाज AIIMS भी करवाया I
इस अवसर पर डा रेनू की पहल पर ही इस कार्यक्रम में गरीब कायस्थ महिलाओं द्वारा बनाए गये मसाले और पापड़ की भी जानकारी दी गयी , जिनका स्टाल कार्यक्रम स्थल पर लगवाया गया था I डा रेनू ने संगत पंगत की स्वालंबन योजना के तहत बताते हुए कहा की वो ऐसे गरीब बेरोजगार कायस्थ महिलाओं की एक टीम तैयार कर रही है और हम सभी कायस्थों को कोशिश करनी चाह्यी की हम उनके बनाए सामान को खरीदे ताकि हम गरीब कायस्थों को उनके पैरो पर खड़े होने में मदद कर सके I
कायस्थों में यूपी चुनावों को राजनीती को लेकर हुई परिचर्चा में डा अजय आलोक ने कहा की पहले वो बसपा में थे और उनको पता है की DS4 की शुरआत के समय कांशीराम ने उस समय के सभी आईएस अधिकारियों को इस संगठन के लिए १००० रूपए हर महीने लिए जाते थे ताकि वो दलितों के लिए होते संघेर्ष को आगे बड़ा सके I कायस्थ समाज को भी आज उसी फार्मूले पर चलने की ज़रूरत है I उन्होंने कहा की कायस्थ समाज को सारे ही दल वोट बैंक के तोर पर नहीं देखते है क्योंकि कायस्थ समाज वर्षो से अपने समाज के प्रत्याशी को नहीं बल्कि पार्टी विशेष को देखता है I हमें आज अगर सामान पाना है तो किसी एक एक चुनाव में इस धारणा को तोड़ना होगा I इसी क्रम में गाजियाबाद से शिवसेना के टिकट पर चुनाव लढ़ चुके अशोक श्रीवास्तव ने अपना उहाहरण देते हुए बताया की चुनाव के दौरान उनके पास एक कायस्थ सज्जन आये और बोले की चूँकि आप तो चुनाव हार ही जायेंगे इसलिए हम सोच रहे है की अपना वोट आपको देकर क्यूँ ख़राब करें I इस पर राजन श्रीवास्तव और डा अजय आलोक दोनों ही एक बात से सहमत दिखे की कायस्थ समाज को अब अगर अपने प्र्ताशी को जीता ना पाए तो कोई बात नहीं कम से कम दुसरे को हारने के लिए एकजुट होकर दिखाना होगा तब ही कोई राजनैतिक दल इन्हें गंभीरता से लेगा I
इसी मुद्दे पर बोलते हुए राज्य सभा सांसद आर के सिन्हा कायस्थों को अपना प्रभाव सामूहिक तिओर पर बढ़ाने की बात पर जोर दिया I उन्होंने समाज के हर हस्से तक अपनी पहचान बनाने का सुझाव दिया और ३६५ दिन सेवा करने की बात कही , उन्होंने नॉएडा के राजन श्रीवास्तव का उदहारण देते हुए कहा की जैसे नॉएडा में राजन पुरे साल ना सिर्फ कायस्थों के लिए बल्कि बाली समाज के हित के लिए भी कार्यक्रम करते रहते है वो एक लोकप्रिय नेता की छवि का निर्माण करने में सहायक होता है
उन्होने बिहार में अपने एक नेता का उदहारण देते हुए कहा की वो कुछ साल पहले उन्हके पास आया और बोला की वो कैसे नेता बन सकता है तो उन्होंने उसको रोज पार्टी कार्यलय जाने , बड़े नताओ से मिलने का सुझाव दिया I और आज वही लड़का एक पार्टी में वहाँ उपाध्यक्ष है I उन्होंने जोर देकर कहा की राजनीती में सिर्फ धरने प्रदर्शन से नेता नहीं बन सकते है I उन्होंने राजनीती में आगे आने की इच्छुक कायस्थ नेताओं को राजनीती में रोज पार्टी और नेताओं से स्वत मिलने जाने की बात कही I उन्होंने कहा की हम्मे से अधिकाँश कायस्थ इंतज़ार करते रहते है की जब हमें बुअलायेंगे तभी हम जायेगे I इसी कारण कास्ट राजनीती में पीछे रह जाते है I यूपी चुनावों को लेकर उन्होंने कायस्थ समाज के नेताओं को अपने शक्ति प्रदर्शन देने की बात पर जोर दिया उन्होंने कहा की आप भीड़ जमा कीजिये सभी राजनैतिक दल आपको पूछेगे
अंत में सभी कायस्थ खबर को इस परिचर्चा एवं संवाद के आयोजन के लिए बधाई दी और ऐसे कायर्क्रम को वार्षिक की जगह कम अंतराल पर पर करने की उम्मीद करी Iकार्यक्रम के आयोजन टीम में रहे मनोज श्रीवास्तव , संजय श्रीवास्तव नाटी और संदीप श्रीवास्तव को भी सम्मानित किया गया कायस्थ खबर की प्रबंध निदेशक rupika भटनागर और सम्पादक आशु भटनागर ने अंत में सबको धन्यवाद दिया