आशु भटनागर/अतुल श्रीवास्तव। वही हुआ जिसकी भविष्यवाणी कायस्थ खबर ने एक वर्ष पहले कर दी थी I 1 वर्ष 3 महीने के बाद आखिरकार कायस्थ पाठशाला में वोटो की गिनती हो ही गई और वोटो की गिनती के बाद जो परिणाम आया उसने लगभग डेढ़ वर्ष से तानाशाही कर रहे डॉक्टर सुशील सिन्हा और उनके समर्थको के अहंकार पर हार की कहानी लिख ही दी । शुक्रवार को एसडीएम सदर अभिषेक सिंह के आदेश पर रिकाउंटिंग हुई और उसमें चौधरी राघवेंद्र नाथ को 73 वोट से विजय घोषित किया गया। विजेता की घोषणा होते ही चौधरी राघवेंद्र नाथ के समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
आपको बता दें चुनाव में डॉक्टर सुशील सिन्हा के साथ मिलकर चौधरी राघवेंद्र सिंह के विरोध में रहे ओर बाद में डा सुशील सिन्हा के कृत्यों से परेशान होकर लंबी लड़ाई लड़ने वाले टी पी सिंह ने भी इस पूरे प्रकरण में विशेष भूमिका निभाई है । उन्होंने ही जीत की सूचना देते हुए मीडिया से कहा कि सभी लोग मुख्यालय पहुंचकर कार्यभार संभाल लें। मतगणना पूरी किए बिना ही डॉ. सुशील सिन्हा को अध्यक्ष घोषित करने के अवैध आदेश के कारण उनके द्वारा की गई सभी कार्रवाई को वैध घोषित किया जाए तथा 31 दिसंबर 2023 तक की स्थिति को बहाल किया जाए।
वही डॉक्टर सुशील सिन्हा के हताश समर्थक इसके खिलाफ उच्य न्यायालय जाने की बात कर रहे है । अपनी हार की संभावना से ही सिन्हा कैंप बृहस्पतिवार से ही एस डी एम पर पक्षपात का आरोप लगा रहे थे । इस पुरे प्रकरण में उपाध्यक्ष के पद के लिए डा सुशील सिन्हा के साथ खड़े होने वाले, अपने ही साथियो के साथ छल करने वाले, पूर्व में टीपी सिंह के प्रमुख रणनीतिकार रहे धीरेन्द श्रीवास्तव को लेकर भी तमाम चर्चाये हो रही है I यधपि अभी तक उनका कोई बयान इस उलटवासी पर मीडिया में नहीं आया है I