अभाकाम पारिया गुट का दोहरा मापदंड : गेस्ट आफ आनर विवाद की आरोपी को ही ॐ माथुर से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल की सदस्य बनाया
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा पारिया गुट बडोदा के तथाकथित(?) राष्ट्रीय अधिवेशन में हुए विवादों के बाद किस कदर हताशा में में ही ये इनके कार्य्क्रलापो से रोज दिख रहा है I जहाँ एक और अब तक गेस्ट आफ आनर विवाद में आरोपी पति पत्नी के इस्तीफे नहीं हुए , सविता एस एस लाल के मुद्दे पर कोई जबाब नहीं आया है लेकिन इस्तीफे की जगह आरोपी पति पत्नी में से पत्नी को उस प्रतिनिधि मंडल में जगह दी गयी जो बीते दिवस बीजेपी के उत्तर प्रदेश प्रभारी ॐ माथुर से मिला
कायस्थ समाज ने उठाए सवाल ?
महज ५ से ६ लोगो के साथ मिले इस प्रतिनिधि मंडल पर कायस्थ समाज के बुध्हिजीवियो ने भी सवाल उठाये है , प्रसिद कायस्थ चिन्तक कहते है की जब को संगठन इस तरह की मीटिंग के साथ जाता है तो दिखाने के लिए १०० - २०० समर्थको की भीड़ लेकर जाता है ताकि राजनैतिक दलों को एहसास हो सके की इनके पीछे जन समर्थन है I लेकिन ५ लोगो के साथ जाने में जिनमे २ तो बीजेपी मे शामिल नेता ही हो आप इसे कैसे प्रभावी मान सकते है
ये राजू श्रीवास्तव जैसे बीजेपी में शामिल नेताओं के साथ कुछ हवा हवाई नेताओं नेताओं की व्यक्तिगत मुलाक़ात कही जा सकती है जिसका कोई परिणाम शायद ही निकले , ऐसी ही कोशिश कई लोग व्यक्तिगत स्तर पर करते रहते है लेकिन कायस्थ समाज को उसका कोई परिनाम नहीं मिलता है I उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा की अगर पारिया गुट ने कोई ज्ञापन इस संदर्भ में ॐ माथुर को दिया है तो पारिया गुट ने उसकी कोई कापी समाज के सामने क्यूँ नहीं पेश की , आखिर क्यूँ नहीं उन प्रत्याशियों के नाम अब तक समाज को बताये गए जिनके नाम की सिफारिश की गयी है I
ऐसे में पारिया गुट के कार्यक्रमों पर अब सवाल उठने शुरू हो गए है की कहीं ये समाज की आढ़ में अपने कार्य साधने की मुलाक़ात तो नहीं थी