किडनी बेचने से कितनी रकम मिलेगी, यह बिछिया की वीना श्रीवास्तव को नहीं पता, पर वह किडनी बेचने को तैयार हैं। उन्हें भरोसा है किडनी बेचने से उतनी रकम मिल जाएगी, जिससे बेटी की शादी कर सकें। हर मां की तरह ही अपनी बेटी को शान से विदा करें।दो बच्चों के पिता और बिछिया निवासी सच्चिदानंद श्रीवास्तव की पत्नी का निधन हुआ तो उन्होंने बिहार के मुजफ्फरपुर की वीना श्रीवास्तव से 1995 में शादी कर ली। एक साल तक सब कुछ ठीक चला। 1997 में बेटी पैदा हुई तो सच्चिदानंद ने विवाद खड़ा कर दिया। पति ने कहा पहली पत्नी से दो बेटे हैं। अब बेटी को जायदाद का हिस्सा नहीं देंगे। विवाद बढ़ा और मार्च 2002 में वीना का पति से तलाक हो गया। अब सच्चिदानंद नागालैंड के दीमापुर में अपने बच्चों के पास रहते हैं। वीना बिछिया में ही किराये के मकान में रहती हैं। वीना की बेटी अब 21 साल की हो गई है। मुजफ्फर नगर बिहार के रवि रंजन श्रीवास्तव से उसकी शादी तय है। 22 नवंबर को हल्दी की रस्म और 23 नवंबर को शादी है। अब वीना परेशान हैं कि बिना पैसे के शादी करें तो कैसें? इसी उधेड़बुन के साथ वीना बृहस्पतिवार को अमर उजाला के सिटी ऑफिस पहुंचीं। वह बोलीं, जिस लड़के से शादी तय हुई है, उसका परिवार बहुत अच्छा है। वे झारखंड के बैजनाथ धाम देवघर में शादी करने को तैयार हैं। इस पर बहुत खर्च नहीं आएगा, फिर भी बेटी को अच्छे से विदा कर सकूं, इसके लिए कुछ पैसे की जरूरत होगी। शादी अनुदान के लिए ऑनलाइन फार्म भरा है लेकिन अनुदान 23 नवंबर से पहले मिल पाएगा, इस पर जिला समाज कल्याण अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। पंजीकरण न होने से श्रम विभाग की शादी योजना का लाभ हमें नहीं मिल सकता है। शाहपुर और महिला थानाध्यक्ष को पत्र देकर अनुरोध किया था कि तलाक देने वाले पति सच्चिदानंद से कुछ आर्थिक सहायता दिला दें लेकिन वह भी नहीं हो सका। सच्चिदानंद ने एक भी रुपये देने से मना किया है।
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