लेकिन सब के बाद शत्रुघ्न सिन्हा पर सवाल भी उठ रहे है लोग पूछ रहे है की क्या शत्रुघ्न सिन्हा अब कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में जाने का रास्ता देख रहे है I आपको बता दें की बीते लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही शत्रुघ्न सिन्हा भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में आये थे और उनको पटना साहिब सीट पर करारी हार का सामना करना पड़ा था आपको बता दें शत्रुघ्न सिन्हा बिहार चुनाव में करारी हार के बाद अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के संरक्षक बनते दिखाई दिए जबकि यही शत्रुघ्न सिन्हा पटना में कायस्थों को सार्वजानिक तोर पर बात करते हुए असहज हो जाते थे I प्रयाग में कायस्थ पाठशाला के एक पूर्व अध्यक्ष ने कायस्थ खबर से साफ़ कहा था की वादा करने के बाबजूद इन्होने प्रयाग में हुए कायस्थ कुम्भ में हैलेकोप्टर अरेंज करने की मांग कर दी थी I वही दीघा आशियाना कालोनी के प्रबुद्ध कायस्थों ने भी सिन्हा को कायस्थों का बिगडैल लड़का बताते हुए आरोप लगाया था की कार्यक्रम में आने का वादा करने के बाबजूद ये उनके श्री चित्रगुप्त पूजन में नहीं आये थे और ना ही उसके बाद कभी उस बात के लिए अफ़सोस किया I ऐसे में दुसरो पर super लीडर का कमेन्ट करने वाले शत्रुघ्न सिन्हा पर सवाल ये भी है की आखिर वो कहाँ है I दिल्ली चुनावों में वो खुद कांग्रेस से स्टार प्रचारक थे I और इतने बड़े स्टार प्रचारक के बाद कांग्रेस ६५ सीटो पर अपनी ज़मानत नहीं बचा पाई I शत्रुघ्न सिन्हा का आज arvind केजरीवाल की तारीफ करना कहीं अपनी खिसाह्ट मिटाने की कोशिश तो नहीं या फिर कांग्रेस क्यूँ हारी ऐसे सवालो से भागने की कोशिश हैकांग्रेस ने तो फिर से कमाल किया आपके ? प्रचारक होने के कारण .. वैसे बेचारे @KapilMishra_IND के फोटो को टैग करने की क्या जरूरत थी? ??
— Neeraj Upadhyay ツ (@NeerajUpadhyay) February 12, 2020
बड़ा सवाल : अरविंद केजरीवाल को सुपर लीडर बताने वाले शत्रुघ्न सिन्हा खुद कहाँ है ? कांग्रेस के स्टार प्रचारक दिल्ली में कांग्रेस को क्यूँ नहीं जीता पाए
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की जीत पर कांग्रेस नेता शत्रुध्न सिन्हा ने अरविंद केजरीवाल को बधाई देते हुए उन्हें सुपर लीडर कहा है। उन्होंने केजरीवाल की तारीफ में एक के बाद एक कुल छह ट्वीट किए।
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'सुपर लीडर अरविंद केजरीवाल, आम आदमी पार्टी और उनकी पूरी टीम को दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के लिए हार्दिक बधाई। काफी रुकावटों, प्रोपेगेंडा और विपक्ष की धनबल के बावजूद यह जीत पहले से तय थी।
आखिर में उन्होंने कहा कि मेरे पास एक सवाल है कि जिन्हें नाज है हिंद पर अब वो कहां हैं? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस ट्वीट में लिखे विचार उनके निजी हैं।