बड़ा खुलासा : जानिये आखिर भगवान् चित्रगुप्त का अपमान पर हुई सौदेबाजी के इस खेल के पीछे का सच क्या है ?
जैसे ही आज सुबह कवि वेद प्रकाश ने केवेपी के ग्रुप में कायस्थ समाज पर कटाक्ष किया I पिछले ३ दिनों में हो रहे कायस्थ समाज के बीच चल रहे ड्रामे का सच सामने आ गया I एक न्यूज़ पोर्टल द्वारा इस मामले की लेकर कवि की आलोचना करने वाले ललित सक्सेना और धीरेन्द्र श्रीवास्तव पर लेकर हुए हमलो की सचाई भी सामने आ गयी है
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अब ये स्पस्ट हो गया है की २५ अप्रैल को केवीपी के अभय सिन्हा ने ही उक्त कवि को सबसे पहले अपने ग्रुप में जोड़ा और उसे बाकी ग्रुपों में जोड़ने की संतुति की I चूँकि बाकी जगह उसके कायस्थ ना होने की वजह से उसे नहीं जोड़ा गया और सबसे पहले धीरेन्द्र श्रीवास्तव ने इसका जोरदार विरोध किया तो अभय सिन्हा के इशारे पर उनके संरक्षक के न्यूज़ पोर्टल और उसके सम्पादक ने धीरेन्द्र श्रीवास्तव को लेकर आरोपों के हमले की कमान संभाल ली I
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२ दिन तक चले धीरेन्द्र श्रीवास्तव के इस मीडिया ट्रायल में उनके प्रतिद्वंदियों से लेख लिखवाये गए और ये साबित करने का प्रयास किया गया की वो इस मुहीम में अकेले है ताकि उक्त कवि के खिलाफ उठे कायस्थ समाज के आक्रोश को ठंडा किया जा सके
लेकिन आज इस कवि की ज़ल्दबाज़ी और अति उत्साह ने इनके मनसूबे पर पानी फेर दिया है I अब सब कुछ साफ़ है की ३ दिन से चले इस विवाद की सारी प्रष्ठभूमि सिर्फ इस कवि को बचाने की थी
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अब वक्त आ गए है जब धीरेन्द्र श्रीवास्तव के मीडिया ट्रायल में लगे सभी लोगो से सवाल पूछे जाए की आखिर उनके व्यक्तिगत स्वार्थ क्या थे I कायस्थ खबर हमेशा से सच के साथ खड़ा रहा है और हमेशा ही समाज के ऐसे लोगो की सच्चाई सामने लाता रहा है
अब जबाब राची अभाकम के उन पूर्व पदाधिकारी से भी माँगा जाना चाह्यी जिन्होंने व्यक्तिगत विदेवेश के लिए इस मौके का फायदा उठाया और समाज को भ्रमित किया I जबाब दिल्ली से नाम मात्र को संचालित उस न्यूज़ पोर्टल के मालिक और अभाकाम के स्वघोषित प्रवक्ता से भी किये जाने चाह्यी जिन्होंने इस मामले को लेकर कायस्थ खबर की गंभीरता पर सवाल उठाये