एकता ... एकता... एकता !!
एकता एकम एकता,
एकता दूजे ताना,
एकता तीजे खींच-तान
-------------------------------
क्षमा करें सभी आज कुछ धृष्टता का मन है।
मन है... क्योंकि ये व्यथित है।
व्यथित है क्योंकि अजीब सी उलझन है।
उलझन कि हम क्या कर रहे हैं?
जो कर रहे हैं वो क्यों कर रहे हैं?
सबके मन में है क्या ये तो पता नहीं,
हर जुबाँ रटती एकता का राग हर कहीं।
कहने को सुधी, मूर्धन्य, ज्ञानी समाज का अंग..
लक्ष्य है हर सुबुद्धि पूर्ण कार्य को करना भंग।
एकता... एकता...
तार तार हो चुकी है जिसकी यथार्थता।
कुछ हैं पांडव जो स्थिर धर्म के लिए लड़ रहे,
भीष्म पितामह बने प्रबुद्ध श्रेष्ठ जन,
जो चीरहरण को देख रहे।
ना ना.. गलत समझे....
वस्त्रहरण हो रहा उस एकता का,
अखंडता? कहाँ??
इक दूजे से बस होड़ और धोखा।
स्वार्थ की गोद में हर पल दम तोड़ रही,
संगठनों के दंभ में रौंदी और कुचली जा रही।
आस है कोई कृष्ण फिर सुने पुकार,
कोई इस कुल का बने फिर पालनहार।
आज जब.....
सोनू निगम का पक्ष ले आह्वान कर रहे हम सब जन,
संभवना जीत की कहाँ?
भगवान के जन्मतिथि पर ही नहीं हम एक मत ....
ईर्ष्या की आग में प्रभु जन्म पर लगा दिया प्रश्नचिह्न?
क्या हम एक हो, कर सकेंगे आवाज़ बुलंद??
या फिर होंगे तर्क-वितर्क, वहीं तानों के बाण,
किसने क्या-क्यों कहा,इन बातों की खींचतान?
तोड़ के भ्रम सब जोड़ हृदय-मन
जाग्रत कर स्वांतर्मन
सोचें तनिक विचार करें,
क्या खोया क्या पाया हमने।
आओ एक प्रयास करें...
इक लक्ष्य लें इक संकल्प करें...
अतर्क एक पंथ पर सतर्क हो चलें सभी।
तारता हुआ चले, कायस्थकुल वंशज वही।।
धन्यवाद!
जय श्री चित्रगुप्त भगवान!!
जय चित्रांश!!
????
डॉ ज्योति श्रीवास्तवा
देहरादून
आप की राय
आप की राय
सभी *चित्रांश भाइयो* से मेरा निवेदन है की *सलाम मुम्बई* मूवी का बॉयकॉट करे।
क्योकि इसमे से *सोनू निगम* का गाना बस इसलिए निकाल दिया कि वो अजान पर बोला था ।
अब वक्त आ गया है इन मुल्लो का उनका औकात बताने का ।
आपके पास जितने भी ग्रुप हो आप शेयर करो इसे ।