प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ, वकील, कवि एवं पत्रकार, कायस्थ शिरोमणि चितरंजन दास की आज पुण्यतिथि है। वे समूचे भारत में देशबंधु के नाम से भी जाने जाते हैं। उन्होंने बंगाल में स्वराज पार्टी की स्थापना की। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी उनकी महती भूमिका थी। उन्होंने कई स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के पक्ष में मुकदमा लड़ा। इसी कारण समस्त भारतवर्ष में राष्ट्रीय ...
Read More »कायस्थों का इतिहास
दिल्ली में माथुर नई सड़क वाले : अपने पुरखों के मोहल्लों-हवेलियों से नाता टूटता थोड़ी ही है। वह रिश्ता भगवान चित्रगुप्त मंदिर के जरिए बना हुआ है
सच में लॉकडाउन के कारण घरों में बंद दिल्ली के माथुर परिवारों का भी धैर्य जवाब देने लगा है। अब देखिए कि वे ना तो अपने रोशनपुरा के चित्रगुप्त मंदिर में जा पा रहे हैं और ना ही कालकाजी मंदिर या महरौली के योगमाया मंदिर में। नई सड़क से बस चंदेक मिनटों में आप रोशनपुरा के भगवान चित्रगुप्त मंदिर में ...
Read More »कायस्थ पाठशाला : इतिहास एवं विकास (चतुर्थ भाग ) – टीपी सिंह की नजर से, बिहार की तमाम सम्पत्तिया हजारों बैनामो के द्वारा चौधरी परिवार के वारिसो ने बेच दी और सारे न्यासी बन्धु शान्त बैठै रहे।
मेरे महामंत्री एवं अध्यक्षीय काल मे कायस्थ पाठशाला मुख्यालय मे उपलब्ध अभिलेखो के आधार पर मै निम्न आख्या दे रहा हूँ।और इससे सम्बंधित यदि किसी को साक्ष्य देखना हो तो वह मेरे पास उपलब्ध हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो उसका स्वागत है। जिससे कि आख्या मे उचित सशोंधन किया जा सके। टीपी सिंह (तेज प्रताप सिंह ) ज़रूर ...
Read More »कायस्थ पाठशाला : इतिहास एवं विकास (तृतीय भाग ) – टीपी सिंह की नजर से, जानिये चौधरी महादेव प्रसाद ट्रस्ट के विशेष प्रावधान
मेरे महामंत्री एवं अध्यक्षीय काल मे कायस्थ पाठशाला मुख्यालय मे उपलब्ध अभिलेखो के आधार पर मै निम्न आख्या दे रहा हूँ।और इससे सम्बंधित यदि किसी को साक्ष्य देखना हो तो वह मेरे पास उपलब्ध हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो उसका स्वागत है। जिससे कि आख्या मे उचित सशोंधन किया जा सके। टीपी सिंह (तेज प्रताप सिंह ) ज़रूर ...
Read More »कायस्थ पाठशाला : इतिहास एवं विकास (दितीय भाग ) – टीपी सिंह की नजर से, जानिये कायस्थ पाठशाला के अलावा चौधऱी महादेव प्रसाद जी ने अलीगढ मुस्लिम विश्वविधालय तथा काशी हिन्दू विश्व विधालय की स्थापना में भी दिया सहयोग
मेरे महामंत्री एवं अध्यक्षीय काल मे कायस्थ पाठशाला मुख्यालय मे उपलब्ध अभिलेखो के आधार पर मै निम्न आख्या दे रहा हूँ।और इससे सम्बंधित यदि किसी को साक्ष्य देखना हो तो वह मेरे पास उपलब्ध हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो उसका स्वागत है। जिससे कि आख्या मे उचित सशोंधन किया जा सके। टीपी सिंह (तेज प्रताप सिंह ) ज़रूर ...
Read More »कायस्थ पाठशाला : इतिहास एवं विकास (प्रथम भाग ) – टीपी सिंह की नजर से
मेरे महामंत्री एवं अध्यक्षीय काल मे कायस्थ पाठशाला मुख्यालय मे उपलब्ध अभिलेखो के आधार पर मै निम्न आख्या दे रहा हूँ।और इससे सम्बंधित यदि किसी को साक्ष्य देखना हो तो वह मेरे पास उपलब्ध हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो उसका स्वागत है। जिससे कि आख्या मे उचित सशोंधन किया जा सके। टीपी सिंह (तेज प्रताप सिंह ) प्रथम ...
Read More »चित्रा पूर्णिमा: भगवान चित्रगुप्त का वैदिक कार्यपद्धति पूजन कर अपने कार्मिक अभिलेखों को नष्ट करें
कायस्थ खबर डेस्क I भगवान चित्रगुप्त को लेकर ऊतर और दक्षित भारत में कई मान्याताए है , उत्तर में जहाँ उनके पूजन को जाती विशेष तक ही रह गया है वहीं दक्षिण में चित्रा पूर्णिमा के अनुसार उनके जनम दिवस का दिन अपने कार्मिक अभिलेखों को नष्ट करने का शुभ अवसर होता है I इस विशेष अवसर पर लोग पूजा ...
Read More »जानिये : कायस्थ समाज को लेकर वामपंथी दलित लेखको द्वारा फैलाए गये भ्रम सही क्यूँ नहीं है, कायस्थ दलित क्यूँ नहीं है वो क्यूँ सवर्ण है
आज एक पोस्ट में कायस्थ युवा कवि चेतन खरे ने एक दलित लेखक के द्वारा कायस्थ समाज के बारे में दलित होने को लेकर सवाल उठाये जिसके बाद एक बार फिर ये आवश्यक हो गया की आखिर सही क्या है I कायस्थ खबर ने इस बारे में तथ्य जुटाय एजो ये साबित करते है की दलित लेखक द्वार दिए गए ...
Read More »जानिये : अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कान्त सहाय कौन है और क्या हैं उनकी उपलब्धियां
कायस्थ खबर डेस्क I २५ फरवरी २०१८ को सुबोधकान्त सहाय को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है I उनका कार्यकाल अगले ३ वर्ष के लिए रहेगा , ऐसे में हमारे कई पाठक जानना चाह रहे है की आखिर सुबोध कान्त सहाय कौन है और उनके आने से अभाकाम को क्या मजबूती मिलेगी I अपने पाठको की ...
Read More »३ दिसम्बर जन्मदिवस पर विशेष : पढ़िए देशरतन राजेन्द्र बाबु के जीवन की अनछुई कहानियां
कायस्थ खबर डेस्क I आज ३ दिसम्बर को जिस महान हस्ती के बारे में हम जान्ने जा रहे है वो है देश रतन के नाम से प्रसिद भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा राजेंद्र प्रसाद I राजेन्द्र बाबु का जन्म 3 दिसंबर, 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादेई गाँव में हुआ था, तमाम अभावों के बावजूद उन्होंने शिक्षा ली, ...
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