
आमने सामने : सर्वे के बहाने कायस्थो को जागरूक तो हुए ,कम से कम कायस्थो में वोट डालने की आदत तो पड़ रही है : दिलीप श्रीवास्तव
कायस्थ खबर के सर्वे में प्रथम ५ लोगो में जिन लोगो ने अपना स्थान बनाया उनमे एक नाम लखनऊ के कायस्थ नेता दिलीप श्रीवास्तव है , दिलीप पेशे से अधिवक्ता है।तेज तरार्र वकील व भाजपा नेता के रूप में लखनऊ में इनकी एक अलग पहचान है।सेंट्रल बार एसोसिएशन में कार्यकारणी सदस्य लखनऊ बार एसोसिएशन में उपाध्यक्ष भी रह चुके है।सुचना के अधिकार से इन्होंने लखनऊ में मैथलीसरन गुप्त वार्ड का उपचुनाव कराया।उप चुनाव में ये भाजपा से जीते भी।जनता के लिए आंदोलन घेराव आदि के आये दिन ये चर्चा में रहते है।जनता के बीच ये काफी लोकप्रिय है।ये भाजपा उत्तर प्रदेश के दो बार सह मीडिया प्रभारी भी रह चुके है।वर्तमान में भाजपा अवध क्षेत्र के प्रवक्ता है। कायस्थ खबर ने दिलीप श्रीवास्तव से ख़ास मुलाक़ात की और कायस्थ समाज और सर्वे से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से बात की Iकायस्थ खबर : दिलीप जी कायस्थ खबर सर्वे में प्रथम ५ चेहरों में स्थान पाने के लिए बधाई , सर्वे के बाद आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या है ?
दिलीप श्रीवास्तव : मुझे लगता है कि कायस्थ खबर का आन लाइन सर्वे जागरूकता के लिए रहा।आशू जी को बधाई की सर्वे के बहाने कायस्थो को जागरूक तो किया।सर्वे से कम से कम कायस्थो में वोट डालने की आदत तो पड़ रही है।सर्वे में मुझे भी स्थान मिला।कायस्थ बंधुओं का स्नेह मिला।इसके लिए मैं अपने सभी शुभचिंतको का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने मेरे लिए वोट किया , हालांकि मेरे नजरिये से कायस्थ शिरोमणि आर के सिन्हा जी ,आलोक संजर जी,ओम प्रकाश माथुर जी ,वेद आशीष श्रीवास्तव जी का स्थान सर्वोच्च है। ऐसे सर्वे समय समय पर होते रहने चाहिए।कायस्थ खबर: इस सर्वे के बाद आपकी समाज के लिए क्या योजनाये है ?
दिलीप श्रीवास्तव : कायस्थो को एकजुट करना मेरी प्राथमिकता है।राजनैतिक रूप से कायस्थ संगठित हो।राजनीति में कायस्थ वोट बैंक की भी बात हो।इसी उद्देश्य के लिए कार्य करना है।लखनऊ में भगवान् श्री चित्रगुप्त धाम में कायस्थो को राजनैतिक रूप से सशक्त करने के कार्य किया जा रहा है।सभी के नाम वोटर लिस्ट में जुड़े व् वोटर आई डी कार्ड बने।इसके लिए भी हमारे संगठन कायस्थ फाउंडेशन ट्रस्ट का अभियान चलेगा।कायस्थ खबर: बहुत से लोग इस सर्वे की प्रक्रिया को समाज में विघटन करने वाला बता रहे है क्या आप इससे सहमत हैं ?
दिलीप श्रीवास्तव : सर्वे की प्रक्रिया कतई विघटन कारी नहीं रही।ये एक सकारात्मक पहल थी। आशु जी का सार्थक प्रयास था ।हर अच्छे काम की पहले लोग बेवजह बुराई करते है फिर बाद में प्रशंसा करते ।ये तो सफलता के प्रतीक होते है।जहा तक मुझे लगता है सर्वे जागरूकता के लिए था न की प्रतिस्पर्धात्मक । सभी अपने क्षेत्र में कायस्थ हित में कार्य कर रहे है।कायस्थ खबर: यूपी 2०१७ के चुनावों में आप कायस्थ समाज को किस स्थिति में पाते है ?
दिलीप श्रीवास्तव : यू पी 2017 के चुनावो में कायस्थ समाज की स्थिति अच्छी नहीं रहेगी।कारण हम वोट बैंक नहीं है।संगठित नहीं है।चुनाव के पूर्व कायस्थ समाज के बड़े बड़े सम्मलेन भी खूब होंगे ।सफल भी होंगे।पर किसी भी राजनैतिक दल के लिए हम वोट बैंक नहीं है।कायस्थ समाज जिस दल को आँख मुद कर वोट देता है वो दल उसे पूछता नहीं।और दल कायस्थो को अपना मानते नहीं।यही एक विद्दामन है।बिहार का रिजल्ट हमारे सामने आ चूका है।उत्तर प्रदेश की बारी है।हमे 2017 में कायस्थो की राजनैतिक ताकत का प्रदर्शन करना होगा।कायस्थ खबर: कायस्थ समाज को राजनैतिक तोर पर जाग्रत करने के लिए आपके प्रयास क्या होंगे ?
दिलीप श्रीवास्तव : भगवान् श्री चित्रगुप्त जी की सामूहिक नियमित पूजा ,सामूहिक कलम दवात पूजन ,भगवान् श्री चित्रगुप्त धाम स्थापना दिवस कार्यक्रम,संगत पंगत आदि हमारे कार्यक्रम कायस्थो की जागरूकता के लिए भगवान् श्री चित्रगुप्त धाम लखनऊ में होते है।हमारे कार्यक्रमो में होर्डिंग एवं विज्ञापनों में कायस्थ महापुरुषो स्वामी विवेकानंद ,डॉ राजेंद्र प्रसाद ,नेताजी सुभाष चंद्र बोस ,लाल बहादुर शास्त्री ,जय प्रकाश नारायण ,मुंशी प्रेम चंद्र की तस्वीर होती है।एक बार तो एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र में विद्वान पत्रकार द्वारा इसकी आलोचना भी की गयी।पर हमें हमारे महापुरुषो का सम्मान करने का अधिकार है।हमें अपनी कलम की ताकत दिखानी होगी।जागरूकता लानी होगी।कायस्थ समाज ने सदैव नेतृत्व किया है।सर्व समाज को भी कायस्थो से अपेक्षा है।
Good going
क्या कोई कायस्थ नेता कोई गरीब कायस्थ की मदद कर्ता है ।
यह फिर अपना अपना संगठन बनाकर कायस्थ को बरगलाने की ये एक नकारात्मक कोशिश है।
Jay chitrgupt maharaj